सिर्फ 3,500 रुपये मे बिक रहा है इंटरनेट यूजर्स का पर्सनल डाटा, ऐसे रखें सुरक्षित
क्या है खबर?
इंटरनेट पर आपसे जुड़ी सारी डिटेल्स महज Rs. 3,500 में बिकने के लिए तैयार है। अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसा कौन कर रहा है, तो इसका जवाब है हैकर्स।
हैकर्स इंटरनेट से सोशल मीडिया अकाउंट, बैंकिंग अकाउंट आदि के लॉग-इन डिटेल्स हैक कर डार्क वेब पर बेच देते हैं।
कैस्परस्की लैब की रिपोर्ट के मुताबिक, डार्क वेब पर इंटरनेट यूजर्स की पूरी डिजिटल हिस्ट्री महज Rs. 3,500 से भी कम में बिक रही है।
डार्क वेब
क्या होता है डार्क वेब
डार्क वेब को डार्क नेट के नाम से भी जाना जाता है। यह इंटरनेट (www) का एनक्रिप्टेड हिस्सा है।
इसे किसी सर्च इंजन पर नहीं डाला गया है इसलिए इसे खोजना मुश्किल है।
खास सॉफ्टवेयर की मदद से इसकी एक्सेस मिलती है। इस वजह से इन्हें ट्रेस कर पाना बहुत मुश्किल काम होता है।
डार्क वेब का इस्तेमाल अधिकतर हैक किए गए अकाउंट की डिटेल्स आदि बेचने जैसे गैर-कानूनी कामों के लिए किया जाता है।
जानकारी
सिर्फ Rs. 3,500 में मिल रहा है यूजर का पूरा डाटा
कैस्परस्की ने डार्क वेब पर मौजूद डाटा की खोजबीन की। इसमें पता चला कि हैक किए अकाउंट के डाटा की कीमत $1 और यूजर के पूरे डाटा (क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, पर्सनल डाटा, बैंकिग और सोशल मीडिया अकाउंट आदि) की कीमत $50 (लगभग Rs. 3,500) है।
तरीके
यहां से आपका डेटा ले सकते हैं यूजर्स
अगर आप सोच रहे हैं कि हैकर्स को किसी यूजर की इतनी जानकारी मिली कहां से, तो बता दें कि इसके कई तरीके हैं।
कैस्परस्की ने बताया कि हैकर्स किसी यूजर के सोशल मीडिया अकाउंट, बैंकिंग अकाउंट, मोबाइल में मौजूद उबर, नेटफ्लिक्स, गेमिंग वेबसाइट, गेमिंग ऐप, डेटिंग ऐप और पोर्न वेबसाइट आदि से यूजर से जुड़ा डाटा निकाल सकते हैं।
फिर इसी डाटा को डार्क वेब में बेचा जा सकता है।
नुकसान
हैक हुए डाटा के ये हैं नुकसान
हैक की गई जानकारी के कई नुकसान हो सकते हैं।
इसकी मदद से हैकर्स के पास यूजर्स के बैंक अकाउंट और दूसरे अकाउंट की एक्सेस चली जाती है और वे इसे अपनी मर्जी से जैसा चाहे इस्तेमाल कर सकते हैं।
इससे यूजर्स के बैंक अकाउंट से पैसे भी चुराए जा सकते हैं।
साथ ही इन डिटेल्स को कंपनियों को भी बेचा जा सकता है जो इनका इस्तेमाल विज्ञापन दिखाने के लिए कर सकती है।
सावधानियां
हैकिंग से बचने के लिए बरतें सावधानियां
इंटरनेट पर सुरक्षा बरतना बेहद जरूरी है। यूजर्स का डाटा चुराने के लिए हैकर्स नई-नई तकनीकें और तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में इंटरनेट पर सतर्क रहना बहुत जरूरी है।
हैकिंग से बचने के लिए जरूरी है कि अपने हर अकाउंट के लिए मजबूत और अलग-अलग पासवर्ड रखें।
साथ ही किसी संदेहास्पद लगने वाले लिंक या वेबसाइट पर न जाएं।
अगर कहीं आपसे बैंकिंग डिटेल्स मांगी जा रही है तो अतिरिक्त सावधानी बरतें।