फेसबुक ने किया बदलाव, 18 साल से कम के यूजर्स को नहीं दिखेंगे टारगेटेड ऐड
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक अपने प्लेटफॉर्म पर कम उम्र वाले यूजर्स को बेहतर अनुभव देना चाहती हैं। फेसबुक ने घोषणा की है कि 18 साल से कम यूजर्स को अब टारगेटेड ऐड्स नहीं दिखाए जाएंगे। कंपनी अब ऐडवर्टाइजर्स को 18 साल से कम उम्र वाले यूजर्स को वेबसाइट पर उनकी ऐक्टिविटी और पसंद के हिसाब से ऐड दिखाने की अनुमति नहीं देगी। यानी कि इन यूजर्स का एक्सट्रा डाटा ट्रैक कर ऐडवर्टाइजर्स के साथ शेयर नहीं किया जाएगा।
फिर भी दिखते रहेंगे ऐड्स
टारगेटेड ऐड्स ना दिखाने का मतलब यह नहीं है कि 18 साल से कम उम्र वाले यूजर्स को ऐड्स दिखना बंद हो जाएंगे। अब ऐडवर्टाइजर्स 18 साल से कम उम्र होने पर किसी यूजर को उसकी उम्र, जेंडर या फिर फेसबुक, मेसेंजर और फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम पर शेयर लोकेशन के आधार पर ही ऐड दिखा सकेंगे। ब्लॉग पोस्ट में इंस्टाग्राम ने माना कि युवा यूजर्स को कम उम्र होने के चलते टारगेटेड ऐड और प्रोडक्ट्स नहीं दिखाए जाने चाहिए।
फेसबुक पहले की तरह जुटाती रहेगी डाटा
फेसबुक स्पोक्सपर्सन ने बताया कि कंपनी की ओर से जुटाए जाने वाले यूजर्स डाटा में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। साथ ही इंस्टाग्राम पर 16 साल के कम उम्र वाले यूजर्स को अकाउंट बनाते वक्त बाय-डिफॉल्ट प्राइवेट अकाउंट का विकल्प मिलेगा। इंस्टाग्राम का कहना है कि ऐसा युवा यूजर्स को प्लेटफॉर्म पर मौजूद सभी यूजर्स से सीमित तरीके से जोड़ने के लिए किया गया है। हालांकि, यूजर्स को अकाउंट प्राइवेट से पब्लिक करने का विकल्प भी मिलता रहेगा।
बच्चों के लिए सोशल मीडिया को लेकर फटकार
बीते दिनों अमेरिकी लॉ-मेकर्स और अटॉर्नी जनरल ने बच्चों के लिए इंस्टाग्राम का नया वर्जन लॉन्च करने की योजना को लेकर फेसबुक को फटकार लगाई थी। कंपनी 13 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए इंस्टाग्राम फॉर किड्स ऐप लाने पर काम कर रही थी। इस साल की शुरुआत में करीब 40 स्टेट अटॉर्नीज के एक ग्रुप ने CEO मार्क जुकरबर्ग को लेटर लिखकर ऐसी ऐप ना बनाने के लिए कहा था।
पैरेंट्स को दिए जाएंगे कंट्रोल फीचर्स
सोशल मीडिया कंपनी ने कहा कि वह कम उम्र वाले यूजर्स के लिए नए इंस्टाग्राम अनुभव पर काम कर रही है। इंस्टाग्राम को यूथ-फोकस्ड ऐप बनाने के अलावा पैरेंट्स को बेहतर कंट्रोल्स मिलेंगे, जिससे ऐप पर पारदर्शिता बनी रहे। पैरेंट्स देख पाएंगे कि सोशल मीडिया इस्तेमाल करने के दौरान बच्चे क्या कर रहे हैं। इंस्टाग्राम ऐप की ओर से पैरेंट्स गाइड भी शेयर की गई, जिससे वे अपने बच्चों के लिए सोशल मीडिया का सुरक्षित इस्तेमाल सुनिश्चित कर सकें।
बच्चों की ऐप्स का बड़ा मार्केट
पहले भी कई कंपनियां बच्चों के लिए अपनी ऐप्स के खास वर्जन ला चुकी हैं, जिनके लाखों यूजर्स हैं। फेसबुक की मेसेंजर किड्स और गूगल (अल्फाबेट) की यूट्यूब किड्स ऐप इन्हीं में शामिल हैं। एक्सपर्ट्स लगातार बच्चों पर सोशल मीडिया और स्मार्टफोन्स के ज्यादा इस्तेमाल से जुड़े खतरों और नुकसान का जिक्र करते रहे हैं लेकिन टेक कंपनियां चाइल्ड-फ्रेंडली सेवाएं देने का दावा करती हैं। कंपनियों पर बच्चों का मानसिक विकास प्रभावित करने के आरोप लगते रहे हैं।