ट्विटर की नई वेरिफिकेशन व्यवस्था में होंगे तीन रंग के वेरिफाइड टिक, जानें अहम बातें
अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने आज अहम ऐलान करते हुए कहा कि ट्विटर की नई वेरिफिकेशन व्यवस्था को अगले हफ्ते लॉन्च कर दिया जाएगा। देरी के लिए माफी मांगते हुए उन्होंने कहा कि नई व्यवस्थआ को अगले शुक्रवार को शुरू कर दिया जाएगा। नई व्यवस्था में वेरिफाइड टिक तीन रंगों में आएगा और हर रंग के टिक का इस्तेमाल एक खास तरह के अकाउंट्स के लिए किया जाएगा। आइए आपको इस व्यवस्था को विस्तार से समझाते हैं।
कौन-कौन से रंग के टिक होंगे और इनका क्या इस्तेमाल होगा?
मस्क के अनुसार, ट्विटर की नई वेरिफिकेशन व्यवस्था में तीन रंग (भूरा, सुनहरा और नीला) के वेरिफाइड टिक होंगे। सरकार से संबंधित अकाउंट्स को भूरे रंग का वेरिफाइड टिक दिया जाएगा। यह 'ऑफिशियल टैग' के समान हो सकता है जिसकी अभी टेस्टिंग चल रही है। सुनहरे रंग का टिक कंपनियों के अकाउंट्स को दिया जाएगा, वहीं नीले रंग का टिक व्यक्तिगत अकाउंट्स के लिए होगा जिसे आम लोग और सेलिब्रिटी दोनों हासिल कर सकेंगे।
क्या टिक देने से पहले अकाउंट्स का वेरिफिकेशन किया जाएगा?
मस्क ने कहा कि किसी भी अकाउंट को वेरिफाइड टिक देने से पहले ट्विटर के कर्मचारी मैन्युअली उसकी जांच करेंगे कि वह अकाउंट फर्जी या नकली तो नहीं हैं। उन्होने कहा कि यह प्रक्रिया थोड़ी कष्टदायक होगी, लेकिन जरूरी है। मस्क हालिया समय में ट्विटर में छंटनी कर आधे से अधिक कर्मचारियों को निकाल चुके हैं, ऐसे में वेरिफाइड टिक देने से पहले अकाउंट्स को मैन्युअली चेक करना एक बड़ी चुनौती साबित होगी।
क्या सभी व्यक्तिगत अकाउंट्स को एक जैसा ब्लू टिक मिलेगा?
मस्क ने कहा कि सभी व्यक्तिगत अकाउंट्स को एक जैसा नीले रंग का टिक (ब्लू टिक) दिया जाएगा। इसका मतलब चर्चित हस्तियों के अकाउंट्स और आठ डॉलर प्रति महीने की कीमत पर ब्लू टिक लेने वाले अकाउंट्स को एक जैसा ब्लू टिक मिलेगा। व्यक्तिगत अकाउंट्स के पास दूसरा छोटा टिक लेने का विकल्प भी होगा। इससे पता चलेगा कि वह एक जाने-माने संगठन से संबंध रखते हैं, हालांकि इसके लिए संगठन को उनका वेरिफिकेशन करना होगा।
पहले वेरिफाइड टिक की क्या व्यवस्था थी?
मस्क के ट्विटर खरीदने से पहले केवल ब्लू टिक हुआ करता था जो सार्वजनिक हस्तियों को मिलता था और इसके लिए कोई फीस नहीं देनी पड़ती थी। हालांकि मस्क ने आते ही वेरिफिकेशन नीति में बदलाव कर दिया और ऐलान किया कि आठ डॉलर (लगभग 650 रुपये) का मासिक शुल्क देकर कोई भी ब्लू टिक पा सकेगा। इस सेवा को कुछ दिन चलाकर बंद कर दिया गया था और अब नई व्यवस्था लागू की जा रही है।
क्यों बंद की गई थी शुल्क देकर ब्लू टिक पाने की सुविधा?
मासिक शुल्क देकर ब्लू टिक पाने की सुविधा की शुरुआत के बाद से ही ट्विटर फर्जी अकाउंट की समस्या से जूझने लगा था। कई यूजर्स ने बड़ी कंपनियों के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को गुमराह करना शुरू कर दिया था। एक ऐसे ही मामले में जीसस क्राइस्ट नाम के ट्विटर अकाउंट को ब्लू टिक मिल गया था। इससे कंपनियों के असली और नकली अकाउंट्स का अंतर भी खत्म हो गया था, जिसके बाद ट्विटर को माफी मांगनी पड़ी।
न्यूजबाइट्स प्लस
कई महीनों तक चली ना-नुकर के बाद आखिरकार पिछले महीने अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने का सौदा पूरा कर लिया था। उन्होंने ट्विटर के एक शेयर की कीमत 54.20 डॉलर (लगभग 4,410 रुपये) लगाते हुए 44 अरब डॉलर में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को खरीदने का ऑफर दिया था। उनके आने के बाद से ही ट्विटर में उथल-पुथल मची हुई है और वह 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों की छंटनी कर चुके हैं।