NIC की क्लाउड सर्विस के लिए जियो को मिला 350 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट
सरकार के नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) की क्लाउड सर्विसेज को मैनेज करने और बढ़ाने के लिए रिलायंस जियो को 350 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह फर्म को NIC राष्ट्रीय क्लाउड सेवाओं को बढ़ाने के लिए चुना गया है और इसे दिल्ली, पुणे और भुवनेश्वर में राष्ट्रीय डाटा केंद्र में तैनात किया जाएगा। टेक्नोलॉजी के मामले में NIC सरकार की रीढ़ है। जियो के कॉन्ट्रैक्ट में 5 साल का ऑनसाइट मेंटेनेंस शामिल है।
मेघराज 2.0 के तहत भारतीय क्लाउड पार्टनर्स से प्रस्तावों का अनुरोध
ET ने जियो के एक सूत्र के हवाले से बताया कि कंपनी ने NIC की क्लाउड सर्विस का टेंडर जीत लिया है और इस पर काम करना शुरू कर दिया है। सूत्र के मुताबिक, भुवनेश्वर और हैदराबाद में NIC की क्लाउड सर्विस को मैनेज करने के साथ काम की शुरुआत होगी। NIC ने मेघराज 2.0 के तहत NIC क्लाउड सॉल्यूशंस के प्रबंधन के लिए भारतीय क्लाउड पार्टनर्स से प्रस्तावों का अनुरोध किया था।
ई-गवर्नेंस परियोजनाओं से बढ़ी डाटा सेंटर की जरूरत
NIC सर्विस इंक (NICSI) के अनुसार, डाटा सेंटर की आवश्यकताएं तेजी से बढ़ रही हैं क्योंकि ऑनलाइन सर्विस से लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं और सरकार ई-गवर्नेंस परियोजनाओं को लॉन्च करना जारी रखे हुए है। डाटा सेंटर की पर्याप्त उपलब्धता, इनके तेजी से विस्तार की क्षमता, कुशल प्रबंधन और संसाधनों के बेहतरीन इस्तेमाल करने की सुविधा के लिए रणनीतिक बुनियादी ढांचा स्थापित करने की आवश्यकता है। बीते कुछ सालों में सरकारी संस्थान क्लाउड टेक्नोलॉजी को तेजी से अपना रहे हैं।
NIC ने स्थापित किए हैं 30 डाटा केंद्र
डाटा केंद्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए NIC/NICSI ने सभी स्तरों पर सरकार को सेवाएं प्रदान करने के लिए दिल्ली, पुणे, भुवनेश्वर और हैदराबाद में राष्ट्रीय डाटा केंद्र और राज्य राजधानियों में 30 डाटा केंद्र स्थापित किए हैं। डाटा केंद्रों को होस्टिंग सेवाओं की एक पूरी स्ट्रीम प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये फिजिकल से लेकर शेयर्ड होस्टिंग, मैनेज्ड होस्टिंग से डेडिकेटेड सर्वर्स के साथ कलेक्शन, बैंडविड्थ और डिजास्टर रिकवरी के लिए डेडिकेटेड सर्वर हैं।
वैश्विक कंपनियों के मुकाबले घरेलू कंपनियों को बढ़ावा
जियो एक मल्टी-क्लाउड ऑर्केस्ट्रेटर (यूनिफाइड क्लाउड मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म) को भी कॉन्फिगर करेगी और सरकारी यूजर्स को सुरक्षित क्लाउड सेवाएं प्रदान करेगी। NIC क्लाउड सेवाओं के संचालन और रखरखाव के लिए जियो का चयन ऐसे समय में हुआ है, जब सरकार वैश्विक क्लाउड सेवा देने वाली कंपनियों के मुकाबले घरेलू क्लाउड कंपनियों को बढ़ावा देने और क्लाउड के प्रबंधन के लिए बोलियों का भी मूल्यांकन कर रही है।
सरकारों के कई मिशन डाटा केंद्रों पर किए जाते हैं होस्ट
राज्य और केंद्र सरकार के विभागों के कई मिशन क्रिटिकल एप्लिकेशन और वेबसाइट इन डाटा केंद्रों पर होस्ट किए जाते हैं। वर्तमान में दिल्ली, हैदराबाद, पुणे और भुवनेश्वर में मेघराज क्लाउड के अंतर्गत आने वाला NIC नेशनल क्लाउड के लिए डेडिकेटेड होस्ट है।
क्या है मेघराज?
मेघराज एक सरकारी पहल है, जिसके तहत IaaS, PaaS और SaaS सहित कई तरह की सेवाएं प्रदान की जा रही है। इनका उपयोग वेबसाइटों, पोर्टलों, वेब और मोबाइल एप्लिकेशन को होस्ट करने के लिए किया जा सकता है। NIC क्लाउड सर्विस वर्चुअल सर्वर, कुबेरनेट कंटेनर, DevOps प्रदान करती और ऐप्स के लिए होस्टिंग सहायता प्रदान करती है। ये क्लाउड यूजर्स को कई जगहों से सर्विस का लाभ उठाने और डिजास्टर रिकवरी सेटअप तैयार करने की अनुमति देते हैं।