
भारत में 1GB डाटा की कीमत एक कप चाय से कम, IMC में बोले प्रधानमंत्री मोदी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (8 अक्टूबर) को दिल्ली के यशोभूमि में एशिया के सबसे बड़े दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी आयोजन इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) के 9वें संस्करण का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज भारत में 1GB डाटा की कीमत एक कप चाय की कीमत से भी कम है। मोदी ने डिजिटल आत्मनिर्भरता और तकनीकी स्वतंत्रता की यात्रा पर प्रकाश डाला और 2030 के 6G विजन की ओर तेजी से आगे बढ़ने पर भी जोर दिया।
स्वदेशी 4G
डिजिटल कनेक्टिविटी अब जीवन का अभिन्न अंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "एक ऐसा देश जो कभी 2G से जूझ रहा था, अब लगभग हर जिले में 5G कनेक्टिविटी है।" डाटा खपत के मामले में दुनिया के अग्रणी होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि देश में डिजिटल कनेक्टिविटी अब एक विशेषाधिकार या विलासिता नहीं रह गई है, यह जीवन का एक अभिन्न अंग बन गई है। मोदी ने हाल ही में स्वदेशी तकनीक से विकसित 4G स्टैक लॉन्च को देश के लिए बड़ी उपलब्ध बताया।
ट्विटर पोस्ट
स्वदेशी 4G स्टैक पर यह बोले मोदी
#WATCH | Delhi | After inaugurating the 9th edition of the India Mobile Congress (IMC 2025), Prime Minister Narendra Modi says, "India has launched its Made in India 4G Stack. This is a major indigenous achievement for the country. With this, India has joined the list of just… pic.twitter.com/K2TQtMSem0
— ANI (@ANI) October 8, 2025
6G विजन
6G विजन को लेकर क्या कहा?
नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, "जिस दिन हमने 4G स्टैक लॉन्च किया, उसी दिन हमने देशभर में लगभग एक लाख 4G टावर भी सक्रिय किए। जब हम एक लाख टावरों की बात करते हैं, तो कई देशों को यकीन नहीं होता।" उनके अनुसार, मेड-इन-इंडिया 4G स्टैक निर्यात के लिए तैयार है, जो भारत की वैश्विक व्यावसायिक पहुंच सुनिश्चित करता है और साथ ही देश के 6G विजन 2030 को प्राप्त करने में भी सहायक है।
इलेक्ट्रोनिक
2014 से 6 गुना बढ़ा इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन
इस अवसर प्रधानमंत्री ने इलेक्ट्रोनिक उत्पादन की गति पर भी प्रकाश डाला, जो 2014 से 6 गुना बढ़ गया है। मोबाइल फोन उत्पादन 28 गुना बढ़ा है और निर्यात में 127 गुना की वृद्धि हुई। पिछले एक दशक में मोबाइल फोन निर्माण क्षेत्र में लाखों प्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए हैं। उन्होंने एक स्मार्टफोन कंपनी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 45 भारतीय कंपनियां उसकी सप्लाई चेन का हिस्सा हैं, जिससे लगभग 3.5 लाख लोगों को रोजगार मिला है।