1 अक्टूबर को देश में 5G सेवाएं लॉन्च करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को होने वाले एक कार्यक्रम में देश में 5G सेवाओं का शुभारंभ करेंगे। केंद्र सरकार के राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन ने ट्वीट करते हुए ये जानकारी दी है। मिशन ने अपने ट्वीट में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 1 अक्टूबर को होने वाली एशिया की सबसे बड़ी टेक प्रदर्शनी 'इंडिया मोबाइल कांग्रेस' में भारत में 5G सेवाओं की शुरूआत करेंगे। दूरसंचार विभाग और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) मिलकर इस प्रदर्शनी का आयोजन करते हैं।
5G सेवाओं से भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा बड़ा फायदा
बता दें कि 1 अगस्त को खत्म हुई 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में केंद्र सरकार ने 1.50 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बेचे थे। सरकार ने कंपनियों को कम समय के अंदर 5G सेवाओं की 80 प्रतिशत कवरेज पूरा करने का लक्ष्य दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि 5G सेवाओं से भारतीय अर्थव्यवस्था को 2040 तक 36.4 लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा। मैक्युफैक्चरिंग, रिटेल और कृषि जैसे क्षेत्रों को 5G सेवाओं से सबसे अधिक फायदा होगा।
अक्टूबर में अपनी 5G सेवाएं शुरू करेगी एयरटेल
गौरतलब है कि टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि वह अक्टूबर में देश में 5G सेवाएं शुरू कर देगी। देश के बड़े शहरों से इसकी शुरूआत की जाएगी और दिसंबर तक सभी मेट्रो शहरों में एयरटेल की 5G सेवाएं पहुंच जाएंगी। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से सेवाओं का विस्तार किया जाएगा और कंपनी का 2023 के अंत तक पूरे देश में 5G सेवाएं उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
दिवाली से शुरू होंगी जियो की 5G सेवाएं
टेलीकॉम क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस भी दिवाली से जियो की 5G सेवाएं शुरू करने जा रही है। रिलायंस के मालिक और चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 45वीं AGM बैठक में यह ऐलान करते हुए कहा था कि जियो की 5G सेवाएं सबसे पहले दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में शुरू की जाएंगी और फिर देशभर में इनका विस्तार किया जाएगा। जियो का भी 2023 के अंत तक देश के हर कस्बे में 5G सेवाएं पहुंचाने का लक्ष्य है।
नीलामी में जियो ने खरीदे थे सबसे अधिक स्पेक्ट्रम
बता दें कि 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में रिलायंस जियो ने सबसे अधिक स्पेक्ट्रम खरीदे थे। उसने सबसे ज्यादा 88,078 करोड़ रुपये खर्च करते हुए 24,740MHz स्पेक्ट्रम खरीदे हैं। जियो को अगले 20 साल के लिए इस पर हर साल 7,877 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे और ब्याज भी देना होगा। वहीं एयरटेल ने 19,800MHz के 5G स्पेक्ट्रम खरीदे हैं और इसके लिए लगभग 43,084 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 5G की स्पीड 4G से 20-30 गुना अधिक तेज होगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
5G नेटवर्क दो तरह का होता है और ये अलग-अलग तरह से काम करते हैं। पहली तरह के mmWave 5G में कम से कम लेटेंसी के साथ सुपर फास्ट स्पीड मिलती है, लेकिन यह छोटे क्षेत्र तक सीमित रहता है। वहीं, दूसरी तरह के sub-6GHz 5G नेटवर्क mmWave के मुकाबले कम स्पीड देते हैं, लेकिन इसकी कवरेज बड़े क्षेत्र तक फैली होती है। यही वजह है कि भारत में कंपनियां sub-6GHz पर फोकस करेंगी।