अनलॉक करना चाहते हैं पाइरेटेड विंडोज 10/11 फीचर्स? इस क्रिप्टो मालवेयर से रहें सावधान
क्या है खबर?
अगर आप माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 या विंडोज 11 का पाइरेटेड वर्जन इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधान रहना चाहिए।
इन पाइरेटेड विंडोज को थर्ड-पार्टी टूल की मदद से ऐक्टिवेट किया जा सकता है लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
विंडोज की पाइरेटेड कॉपीज को लोकप्रिय KMSPico टूल की मदद से ऐक्टिवेट किया जा सकता है और इसके साथ एक मालवेयर भी फैलाया जा रहा है।
यह मालवेयर यूजर्स का क्रिप्टो वॉलेट डाटा चोरी कर सकता है।
रिपोर्ट
रिसर्च रिपोर्ट में सामने आई जानकारी
रेड कैनरी की रिसर्च रिपोर्ट में सामने आया है कि क्रिप्टो मालवेयर्स यूजर्स के बीच फैलकर उनके क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट से जुड़ी जानकारी चोरी कर रहा है।
क्रिप्टोबॉट नाम का यह मालवेयर बैकग्राउंड में चोरी-छिपे इंस्टॉल हो जाता है।
इसके बाद मालवेयर का पहला काम क्रिप्टो डीटेल्स चोरी करना होता है, जिसका इस्तेमाल क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट खाली करने में किया जाता है।
पाइरेटेड विंडोज वर्जन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स इसका शिकार बन रहे हैं।
बयान
रिसर्चर ने दी मालेवयर की चेतावनी
रेड कैनरी रिसर्चर टोनी लैमबेर्ट ने कहा, "यजर मालिशियस लिंक्स पर क्लिक करने के बाद KMSPico या क्रिप्टबॉट डाउनलोड करते ही मालवेयर से इन्फेक्ट हो जाते हैं।"
उन्होंने बताया, "इस तरह की वेबसाइट्स KMSPico टूल भी सिस्टम में डाउनलोड करती हैं क्योंकि विक्टिम इसकी उम्मीद कर रहा होता है। वहीं, बैकग्राउंड में क्रिप्टबॉट चोरी-छिपे डाउनलोड हो जाता है और विक्टिम को इसका पता नहीं चलता।"
इस टूल का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है और इससे बचने की सलाह दी जाती है।
टूल
क्या है KMSPico ऐक्टिवेशन टूल?
KMSPico टूल एक तरह का सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और ऑफिस ऐप्स के पाइरेटेड वर्जन में सभी फीचर्स इस्तेमाल किए जा सकते हैं और इन्हें ऐक्टिवेट नहीं करना पड़ता।
यह एक अन-ऑफीशियल टूल है, जिसके चलते आधिकारिक ऐप स्टोर या सॉफ्टवेयर स्टोर से इसे डाउनलोड नहीं किया जा सकता।
थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स से इस तरह के सॉफ्टवेयर्स और टूल्स डाउनलोड करना सिस्टम के लिए खतरनाक और असुरक्षित हो सकता है।
खतरा
IT डिपार्टमेंट्स को नुकसान पहुंचा रहा है मालवेयर
रिपोर्ट की मानें तो यह मालवेयर सामान्य यूजर्स के बजाय अलग-अलग कंपनियों के IT डिपार्टमेंट्स को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
रिसर्चर्स ने कहा, "हमने पाया है कि कई IT डिपार्टमेंट्स असली माइक्रोसॉफ्ट लाइसेंस के बजाय सिस्टम ऐक्टिवेट करने के लिए KMSPico का इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां तक कि हमारे सामने ऐसा मामला भी आया है, जिसमें हमारे IR पार्टनर के पास एक भी वैलिड विंडोज लाइसेंस नहीं था।"
न्यूजबाइट्स प्लस
इसलिए खतरनाक होते हैं पाइरेटेड सॉफ्टवेयर्स
पाइरेटेड सॉफ्टवेयर्स दरअसल ओरिजनल या जेन्यूइन सॉफ्टवेयर का मॉडीफाइड वर्जन होते हैं, जिससे उनके लिए पेमेंट नहीं करना पड़ता।
हालांकि, इन सॉफ्टवेयर्स को थर्ड-पार्टी वेबसाइट्स से डाउनलोड करना पड़ता है, जो इन्हें खतरनाक बना देते हैं।
इस तरह के सॉफ्टवेयर की मदद से सिस्टम को नुकसान पहुंचाया जा सकता है और हैकिंग की जा सकती है।
मालिशियस कोड्स को भी इस तरह के सॉफ्टवेयर्स का हिस्सा बनाया जा सकता है।