OpenAI को बड़ा झटका, कोर्ट ने दिया ChatGPT के रिकॉर्ड दिखाने का आदेश
क्या है खबर?
OpenAI को अमेरिका में कॉपीराइट से जुड़े एक बड़े मुकदमे में बड़ा झटका लगा है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में मैनहैटन के फेडरल जज ने फैसला दिया कि OpenAI को ChatGPT यूजर्स के लगभग 2 करोड़ चैट लॉग अदालत को दिखाने होंगे। जज ने कहा कि इन रिकॉर्ड की जरूरत न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य मीडिया संगठनों के दावों की जांच के लिए है और इससे यूजर्स की गोपनीयता को कोई नुकसान नहीं होगा।
मामला
क्या है पूरा मामला और क्यों मांगे गए चैट लॉग?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब न्यूयॉर्क टाइम्स और कुछ अन्य मीडिया समूहों ने आरोप लगाया कि OpenAI ने उनके लेख, रिपोर्टें और कंटेंट से बिना अनुमति अपने AI मॉडल को ट्रेन किया। उनका कहना है कि ChatGPT कई बार कॉपीराइट वाले कंटेंट को दोबारा बनाता है, इसलिए चैट लॉग यह साबित करने का महत्वपूर्ण तरीका हैं। मीडिया कंपनियों ने अदालत को बताया कि इन रिकॉर्ड से पता चल पाएगा कि सिस्टम ने कहां-कहां उनकी कंटेंट की नकल की है।
गोपनीयता
OpenAI ने गोपनीयता का मुद्दा उठाया
OpenAI का कहना था कि इतने बड़े पैमाने पर चैट रिकॉर्ड सौंपना यूजर्स की निजी जानकारी को खतरे में डाल सकता है। कंपनी ने दावा किया कि लगभग 99.99 प्रतिशत लॉग्स का इस विवाद से कोई संबंध नहीं है और उन्हें जमा करना अनुचित है। जज वांग ने कहा कि सभी लॉग्स पूरी तरह डी-आइडेंटिफाइड होंगे और कई सुरक्षा स्तरों के कारण किसी भी यूजर्स की पहचान उजागर नहीं होगी, इसलिए प्राइवेसी की चिंता बहुत कम है।
रिकॉर्ड
इतने दिनों में देना होगा सारा रिकॉर्ड
जज ने साफ आदेश दिया है कि OpenAI 7 दिनों के भीतर सभी चैट लॉग, जिनमें पहचान की जानकारी हटाई गई हो, अदालत को सौंपे। यह केस उन कई मुकदमों में से एक है, जहां टेक कंपनियों पर आरोप है कि वे बिना अनुमति कॉपीराइट कंटेंट से AI ट्रेन कर रही हैं। मीडिया समूहों का कहना है कि OpenAI पत्रकारों की मेहनत पर आधारित कंटेंट से लाभ उठा रहा है, जबकि कंपनी इन आरोपों को गलत बता रही है।