माइक्रोसॉफ्ट को मिली OpenAI के बोर्ड में जगह, जानिये इसके मायने
क्या है खबर?
ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI में मची उथल-पुथल अब शांत होती नजर आ रही है।
एक बार फिर सैम ऑल्टमैन OpenAI के CEO बन गए हैं और कंपनी का नया बोर्ड भी गठित हो गया है। इसमें ऑल्टमैन को निकालने वाले 4 में से महज 1 व्यक्ति को जगह मिली है।
इस बार कंपनी के सबसे बड़े निवेशक माइक्रोसॉफ्ट को भी बोर्ड में जगह मिली है। माइक्रोसॉफ्ट को बोर्ड में नॉन-वोटिंग ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल किया गया है।
मायने
माइक्रोसॉफ्ट का बोर्ड में लाने के क्या मायने?
माइक्रोसॉफ्ट के पास OpenAI की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अब उसे बोर्ड में शामिल करने का मतलब है कि कंपनी OpenAI के आंतरिक कामकाज पर अधिक नजर रख सकेगी।
अभी तक माइक्रोसॉफ्ट के पास बोर्ड के कामकाज पर नजर रखने की पहुंच नही थी और जब ऑल्टमैन को बाहर किया गया, तब माइक्रोसॉफ्ट के पास भी इसकी कोई जानकारी नहीं थी।
बता दें कि एक गैर-लाभकारी बोर्ड OpenAI का कामकाज देखता है।
बोर्ड
इस बार बोर्ड में किसको जगह मिली?
ऑल्टमैन को फायर करने वाले बोर्ड के 4 में 3 सदस्यों की छुट्टी हो चुकी है।
नए बोर्ड में ब्रेट टेलर, लैरी सम्मर्स और एडम डी'एंजेलो को जगह मिली है। एडम एकमात्र सदस्य है, जो पिछले बोर्ड में भी शामिल थे।
ताजा जानकारी के मुताबिक, ऑल्टमैन ने CEO का पदभार संभाल लिया है और उन्हें बाहर करने बाद आंतरिक CEO नियुक्त की गईं मीरा मूर्ति को कंपनी का मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) बनाया गया है।