मेटा ने अपना नया टूल किया लॉन्च, AI वीडियो की पहचान करना होगा आसान
मेटा ने डीपफेक वीडियो के खिलाफ नया टूल लॉन्च किया है, जिसका नाम 'वीडियो सील' है। यह टूल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बनाए गए वीडियो पर वॉटरमार्क लगाता है, ताकि उनकी पहचान की जा सके और धोखाधड़ी रोकी जा सके। यह ओपन सोर्स है और इसे विभिन्न सॉफ्टवेयर में आसानी से जोड़ा जा सकता है। मेटा का यह टूल पहले से उपलब्ध वॉटरमार्क एनीथिंग और ऑडियो सील जैसे उपकरणों के साथ काम करेगा, ताकि नकली कंटेंट से बचा जा सके।
मेटा ने नए टूल को लेकर क्या कहा?
मेटा ने बताया कि वीडियो सील AI-जनरेटेड वीडियो की पहचान और मौलिकता की रक्षा करने के लिए बनाया गया है। नया टूल अन्य वॉटरमार्किंग तकनीकों से बेहतर है, क्योंकि ये वीडियो कम्प्रेशन और एडिटिंग के दौरान भी काम करता है। वीडियो सील वीडियो में छिपा हुआ मैसेज भी जोड़ सकता है, जिससे पता चल सके की वीडियो AI से बना है। यह तकनीक सोशल मीडिया पर शेयर की गई कंटेंट पर प्रभावी रूप से काम करेगी।
नए टूल की हैं कुछ सीमाएं
कंपनी ने बताया कि वीडियो सील टूल में कुछ सीमाएं हैं, जैसे कि कम्प्रेशन या एडिटिंग के दौरान वॉटरमार्क थोड़ा धुंधला हो सकता है। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि डेवलपर्स और कंपनियां पहले से मौजूद समाधानों को बदलने के लिए तैयार नहीं होंगी। इसे हल करने के लिए, मेटा एक सार्वजनिक बेंचमार्क प्लेटफॉर्म लॉन्च कर रही है और एक सम्मेलन में वॉटरमार्किंग पर चर्चा करेगी। कंपनी का मानना है कि AI शोधकर्ता और डेवलपर्स इस तकनीक को अपनाएंगे।