
बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच एयर प्यूरीफायर के रखरखाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
क्या है खबर?
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कुछ दिनों से खराब हाल में था। अब दीवाली के बाद दिल्ली-NCR के कई इलाकों में AQI 300 से भी ऊपर पहुंच गया है, जो गंभीर माना जाता है। ऐसे में घर के भीतर की हवा भी काफी जहरीली हो जाती है, इसलिए सुरक्षित रहने के लिए लोग एयर प्योरिफायर का उपयोग करते हैं। हालांकि, AQI अधिक गंभीर होने पर एयर प्योरिफायर का सही रखरखाव भी बहुत जरूरी है, ताकि साफ हवा मिल सके।
#1
एयर प्यूरीफायर का नियमित रखरखाव जरूरी
एयर प्यूरीफायर नियमित रखरखाव पर सबसे अच्छा काम करते हैं, खासकर सर्दियों से पहले और बाद में, जब धूल, कालिख और धुआं चरम पर होता है। नियमित सफाई से फिल्टर जल्दी खराब नहीं होते और प्यूरीफायर सही तरीके से काम करता है। यह आपके घर की हवा को साफ बनाए रखता है और सांस लेने में आसानी देता है। सही रखरखाव आपके स्वास्थ्य और प्यूरीफायर की लंबी उम्र दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
#2
प्री-फिल्टर और सेंसर की सफाई
त्योहारों के मौसम में हर हफ्ते प्री-फिल्टर को धोएं या वैक्यूम करें। यह बड़े कण जैसे धूल और पालतू जानवरों के बाल फंसाने में मदद करता है। बंद प्री-फिल्टर वायु प्रवाह को रोकता है और मोटर पर दबाव डालता है। सेंसर और मॉनिटर लेंस को हर 2 महीने में रुई या मुलायम ब्रश से साफ करें। गंदा सेंसर गलत रीडिंग देता है और प्यूरीफायर का रंग लाल चमकता रह सकता है, जिससे काम प्रभावित होता है।
#3
फिल्टर बदलना और ब्रांड-विशिष्ट रखरखाव
HEPA फिल्टर आमतौर पर 6-12 महीने तक चलते हैं, लेकिन दिल्ली जैसे शहरों में इन्हें साल में 2 बार बदलना बेहतर होता है। एक्टिवेटेड कार्बन फिल्टर को हर 3-6 महीने में बदलना पड़ता है। कुछ ब्रांड अपने प्यूरीफायर में विशेष रखरखाव सुझाव और USP देते हैं, जिन्हें ध्यान से पालन करना चाहिए। सही समय पर फिल्टर बदलने और सफाई करने से घर की हवा हमेशा सुरक्षित, साफ और ताजगीपूर्ण बनी रहती है।