तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात 'दित्वाह' से प्रभावित श्रीलंका को भेजी 950 टन मानवीय सहायता
क्या है खबर?
तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात 'दित्वाह' से हुई तबाही से जूझ रहे श्रीलंका के लिए शनिवार को 950 टन मानवीय सहायता भेजी है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस मानवीय सहायता खेप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। IANS के अनुसार, यह राहत सामग्री चेन्नई और थूथुकुडी बंदरगाहों से भारतीय नौसेना के 2 जहाजों के जरिए भेजी गई है। यह तमिलनाडु द्वारा किसी अंतरराष्ट्रीय आपदा क्षेत्र में भेजी गई सबसे बड़ी एकल सहायता खेपों में से एक है।
सहायता
तमिलनाडु सरकार ने मानवीय सहायता में क्या-क्या भेजा?
चेन्नई बंदरगाह से मुख्यमंत्री स्टालिन ने 300 टन चीनी, 300 टन दाल, 25 टन दूध पाउडर, 5,000 धोती और साड़ियां, 10,000 तौलिए और कंबल समेत आवश्यक वस्तुओं से भरे एक नौसैनिक जहाज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी तरह, दूसरा जहाज 150-150 टन चीनी और दाल लेकर थूथुकुडी बंदरगाह से रवाना हुआ है। एकजुटता के एक प्रतीकात्मक प्रदर्शन में मुख्यमंत्री स्टालिन ने श्रीलंका के उप उच्चायुक्त गणेशनाथन गेथिस्वरन को एक नमूना राहत किट भी सौंपी।
सराहना
गेथिस्वरन ने की मानवीय सहायता की सराहना
गेथिस्वरन ने इस पहल की सराहना की और तमिलनाडु को उसके त्वरित और उदार सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। तमिलनाडु सरकार ने कहा कि यह राहत कार्य भारत और राज्य के श्रीलंका के साथ दीर्घकालिक संबंधों का प्रमाण है। यह संकट के समय पर मानवीय सहायता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराता है। इन खेपों के साथ तमिलनाडु सरकार का प्रमुख लक्ष्य श्रीलंका में चल रहे बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाना है।