रिकॉर्ड वैक्सिनेशन के बदले तीन महीने का जियो, एयरटेल और Vi रीचार्ज फ्री? जानिए सच्चाई
क्या है खबर?
कोविड-19 से जुड़ा खतरा टला नहीं है और भारत में अब भी वैक्सिनेशन अभियान जोर-शोर से चल रहा है।
इन दिनों एक मेसेज वायरल हो रहा है कि देश में हुए रिकॉर्ड वैक्सिनेशन को सेलिब्रेट करने के लिए रिलायंस जियो, भारतीय एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (Vi) अपने सब्सक्राइबर्स को तीन महीने का रीचार्ज फ्री में दे रही हैं।
इस ऑफर से जुड़ा मेसेज सोशल मीडिया ऐप्स पर खूब शेयर किया जा रहा है।
आइए जानते हैं कि इसमें कितनी सच्चाई है।
ऑफर
सभी टेलिकॉम सब्सक्राइबर्स के लिए फ्री रीचार्ज
व्हाट्सऐप और दूसरी मेसेजिंग ऐप्स पर फॉरवर्ड किए जा रहे मेसेज में कहा गया है कि सभी बड़े टेलिकॉम ऑपरेटर्स के सब्सक्राइबर्स को फ्री रीचार्ज मिलेगा।
इस मेसेज के साथ एक लिंक भी दिया जा रहा है और यूजर्स से इसपर क्लिक करने के लिए कहा गया है।
दावा है कि इस लिंक पर क्लिक करने के बाद फ्री रीचार्ज ऑफर का फायदा मिलेगा।
इस मेसेज में कोई सच्चाई नहीं है और लिंक पर क्लिक करने की गलती ना करें।
मेसेज
वायरल मेसेज में क्या लिखा है?
वायरल मेसेज में दावा किया गया है कि रिकॉर्ड वैक्सिनेशन तीन महीने का फ्री रीचार्ज मिलने की वजह है।
मेसेज में लिखा है, "देश में रिकॉर्ड वैक्सिनेशन की खुशी में सभी भारतीय यूजर्स को तीन महीने का रीचार्ज फ्री में दिया जा रहा है। अगर आपके पास जियो, एयरटेल या Vi का सिम है तो आप इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।"
मेसेज में कहा गया है कि लिंक पर क्लिक कर फ्री रीचार्ज प्राप्त किया जा सकता है।
सच्चाई
ऐसा ऑफर नहीं दे रही है कोई टेलिकॉम कंपनी
किसी भी टेलिकॉम ऑपरेटर ने तीन महीने का फ्री रीचार्ज देने से जुड़े ऑफर की पुष्टि नहीं की है।
मेसेज के साथ दिया गया लिंक यूजर्स को स्क्रीन शेयरिंग ऐप्स के लिंक पर लेकर जाता है।
इनकी मदद से स्कैमर्स स्मार्टफोन ऐक्सेस कर सकते हैं यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
ऐसे मेसेजेस के साथ दिए गए लिंक पर क्लिक ना करें और ना ही यह मेसेज दूसरों को फॉरवर्ड करें।
खतरा
क्यों भेजा जा रहा है ऐसा मेसेज?
फेक मेसेजेस और इनकी वजह से होने वाले स्कैम्स में फंसने वालों का डाटा आसानी से चोरी किया जा सकता है।
यूजर्स इनके झांसे में आकर खुद अपना डाटा स्कैमर्स के हवाले कर देते हैं।
वहीं, कई मामलों में यूजर्स का डाटा उनकी पहचान चोरी होने की वजह भी बन सकता है।
स्कैम्स का मकसद कई बार यूजर्स के डिवाइस का डाटा चोरी करना और उसमें मालवेयर इंस्टॉल करना होता है।
सावधानी
इन बातों का ध्यान रखें व्हाट्सऐप यूजर्स
व्हाट्सऐप की मदद से होने वाले अटैक्स से बचने के लिए जरूरी है कि अनजान नंबर से भेजे गए किसी लिंक पर क्लिक ना करें।
ये लिंक्स फेक वेबसाइट्स पर ले जाकर या लालच देकर पैसों की चपत लगा सकते हैं।
साथ ही अनजान नंबर से आई फाइल भी डाउनलोड ना करने की सलाह यूजर्स को दी जाती है।
अपनी पर्सनल सेंसिटिव डीटेल्स व्हाट्सऐप पर दूसरों के साथ शेयर ना करें और बिना सच्चाई जाने कोई मेसेज फॉरवर्ड ना करें।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
मोबाइल ऐप एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म ऐप एनी की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021 में भारतीयों ने रोज अपनी स्मार्टफोन स्क्रीन के सामने औसत 4.7 घंटे का वक्त बिताया। भारत में लगातार तीसरे साल स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ा है और स्कैम्स भी बढ़े हैं।