
ISRO ने दिया चंद्रयान-3 मिशन के डाटा अध्ययन का मौका, जानें कैसे करें प्राप्त
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन का डाटा अध्ययन के लिए सार्वजनिक तौर पर जारी कर दिया है। यह डाटा अब शोधकर्ताओं, छात्रों और अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए उपलब्ध है। इसका उद्देश्य चंद्रमा से जुड़ी और अधिक वैज्ञानिक जानकारी को साझा करना है। 14 जुलाई 2023 को लॉन्च हुए और 23 अगस्त को चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरे इस मिशन ने सतह की संरचना, भूकंपीय गतिविधि और प्लाज्मा वातावरण जैसी अहम जानकारियां जुटाई थीं।
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कौन कर सकता है डाटा का उपयोग?
ISRO ने साफ किया है कि कोई भी व्यक्ति PRADAN पोर्टल के जरिए यह डाटा देख सकता है, लेकिन जो लोग इस डाटा पर वैज्ञानिक शोध करना चाहते हैं उन्हें कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी। प्रस्ताव पेश करने और ISRO से सहायता पाने का अवसर केवल विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, शोध संस्थानों और सरकारी संगठनों से जुड़े फैकल्टी, वैज्ञानिक और शोधकर्ताओं को दिया जाएगा। सामान्य लोग केवल डाटा देख सकते हैं, लेकिन औपचारिक शोध के लिए शैक्षणिक योग्यता जरूरी है।
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डाटा प्राप्त करने की प्रक्रिया
चंद्रयान-3 का पूरा डाटा ISRO के PRADAN पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। ऐसे शोधकर्ता, जो इसका उपयोग करना चाहते हैं उन्हें पहले प्रस्ताव देना होगा, जिसमें उद्देश्य, पद्धति और अपेक्षित परिणाम स्पष्ट तौर पर बताने होंगे। प्रस्ताव में यह भी शामिल होना चाहिए कि चंद्रयान-3 के डाटा का इस्तेमाल किस तरह किया जाएगा। चयनित प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और अन्य अंतरराष्ट्रीय मिशनों के डाटा को भी इसमें शामिल करें।
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सहायता और भविष्य की योजना
चयनित शोधकर्ताओं को ISRO की तरफ से वित्तीय मदद भी दी जाएगी। इसमें जूनियर रिसर्च फेलो (JRF) की सुविधा, कंप्यूटेशनल साधन, कॉन्फ्रेंस के लिए यात्रा और अन्य खर्च शामिल हैं। वैज्ञानिकों को वर्कशॉप और जागरूकता कार्यक्रम करने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा, ताकि ज्यादा लोग इस पहल से जुड़ सकें। यह कदम न केवल चंद्रमा के रहस्यों को जानने में मदद करेगा बल्कि भारत में अंतरिक्ष विज्ञान की पढ़ाई करने वाली नई पीढ़ी को भी प्रोत्साहित करेगा।