दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी ओनर्स भारत से, 10 करोड़ के पार पहुंचा आंकड़ा- रिपोर्ट
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कानून बेशक साफ ना हो लेकिन इसे खरीदने वालों की कमी नहीं है। फायदा पाने की चाहत में भारत में सबसे ज्यादा यूजर्स ने बिटकॉइन और ईथेरम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है। सामने आया है कि भारत में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी ओनर्स दुनिया के दूसरे सभी देशों के मुकाबले ज्यादा हैं। ब्रोकरचूज (BrokerChoose) की मानें तो इंडिविजुअल होल्डर्स के मामले में भारत में सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी ओनर्स हैं।
अमेरिका और रूस से भी आगे है भारत
ब्रोकर डिस्कवरी एंड कंपैरीजन प्लेटफॉर्म ब्रोकरचूज ने अपने एनुअल प्रोलिफरेशन इन्डेक्स में बताया है कि किन देशों में सबसे ज्यादा इंडिविजुअल क्रिप्टोकरेंसी ओनर्स हैं। इस लिस्ट में भारत टॉप पोजीशन पर है और इसके बाद क्रम से अमेरिका और रूस को जगह मिली हैं। इन दोनों देशों में भी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वालों की संख्या ज्यादा है। कुल आबादी के हिसाब से देखा जाए तो भारत में पांचवां सबसे ज्यादा क्रिप्टो ओनरशिप रेट रिकॉर्ड किया गया है।
इन देशों में आबादी के सबसे ज्यादा हिस्से के पास क्रिप्टोकरेंसी
कुल आबादी की तुलना में कितने प्रतिशत नागरिक क्रिप्टो ओनर्स हैं, उन्हें देखते हुए यूक्रेन सबसे आगे है जिसकी 12.73 प्रतिशत आबादी क्रिप्टोकरेंसी ओनर्स की है। इसके बाद रूस में 11.91 प्रतिशत, केन्या में 8.52 प्रतिशत, अमेरिका में 8.31 प्रतिशत और भारत में करीब 7.3 प्रतिशत आबादी के पास क्रिप्टोकरेंसी है। भारत में 10.07 करोड़ क्रिप्टोकरेंसी ओनर्स हैं, वहीं अमेरिका और रूस में इनका आंकड़ा क्रम से 2.74 करोड़ और 1.74 करोड़ नागरिकों का है।
क्रिप्टो के बारे में अमेरिका में सबसे ज्यादा सर्च
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि किस देश में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े सबसे ज्यादा सर्च किए जाते हैं। इस लिस्ट में टॉप पोजीशन पर अमेरिका रहा, जहां सबसे ज्यादा इंटरनेट यूजर्स क्रिप्टोकरेंसी को समझना चाहते हैं। इसके बाद क्रम से भारत, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा में सबसे ज्यादा सर्चेज क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी रहीं। साफ है कि भारत में ज्यादा से ज्यादा यूजर्स क्रिप्टोकरेंसी को समझना और खरीदना चाहते हैं।
भारत में तेजी से बढ़ी क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री
हाल ही में चेनालिसिस की ओर से ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इनडेक्स शेयर किया गया, जिसमें 154 देशों में से भारत को दूसरी पोजीशन पर रखा गया है। स्टडी में कहा गया कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले बढ़े हैं। भारत से हुए 42 प्रतिशत क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शंस के साथ यहां क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री में 641 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि, भारत में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा ढांचा तैयार करना और इससे जुड़े कानून आना अब भी बाकी है।
क्रिप्टोकरेंसी में क्यों बढ़ा निवेश?
भारत में मार्च, 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी पर लगा बैन हटा दिया है, यानी कि इसे खरीदना या इस्तेमाल करना अवैध नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से किए जाने वाले पेमेंट ज्यादा सुरक्षित होते हैं और इनमें मिडिलमैन ना होने के चलते ज्यादा प्रोसेसिंग फीस नहीं देनी पड़ती। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से किया जाने वाला लेनदेन गोपनीय भी होता है। साथ ही इसकी तेजी से बढ़ती वैल्यू भी इसमें किए गए निवेश को बेहतर बना सकती है।