गूगल ने एंड्रॉयड पर असत्यापित ऐप इंस्टॉल करना बनाया आसान
क्या है खबर?
गूगल उन अनुभवी यूजर्स के लिए एक नया फीचर ला रही है, जो असत्यापित डेवलपर्स के एंड्रॉयड ऐप्स इंस्टॉल करना चाहते हैं। पहले ऐसे ऐप केवल ADB के जरिए ही इंस्टॉल किए जा सकते थे, जो सभी के लिए आसान नहीं था। नए 'एडवांस्ड फ्लो' सिस्टम के बाद यूजर्स जोखिमों को समझकर सीधे असत्यापित ऐप इंस्टॉल कर सकेंगे। इस बदलाव के पीछे उद्देश्य यह है कि तकनीकी यूजर्स को अपनी पसंद का सॉफ्टवेयर बिना रोक-टोक इंस्टॉल करने की सुविधा मिले।
काम
नया सिस्टम कैसे काम करेगा?
गूगल के अनुसार, यह एडवांस्ड फ्लो विशेष रूप से उन यूजर्स के लिए बनाया जा रहा है, जो असत्यापित ऐप्स इंस्टॉल करने का जोखिम समझते हैं। इस प्रक्रिया में साफ चेतावनियां दी जाएंगी, ताकि कोई भी यूजर्स धोखे में आकर यह सुविधा न अपनाए। कंपनी फिलहाल इस फीचर के डिजाइन पर प्रतिक्रिया जुटा रही है और आने वाले महीनों में अधिक जानकारी साझा करेगी। उम्मीद है कि यह तरीका ADB इंस्टॉलेशन से कहीं सरल और तेज साबित होगा।
कारण
डेवलपर सत्यापन और सुरक्षा कारण
गूगल ने उन डेवलपर्स को जल्दी सत्यापन कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया है, जो प्ले स्टोर से बाहर ऐप्स वितरित करते हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि धोखेबाज नई पहचान बनाकर बार-बार नकली ऐप न बना सकें। दक्षिण-पूर्व एशिया में बढ़ते स्कैम मामलों को देखते हुए गूगल यूजर्स को ऐसे खतरों से बचाने पर जोर दे रहा है। डेवलपर सत्यापन से दुर्भावनापूर्ण ऐप्स की संख्या कम होने की उम्मीद है।
अन्य
नए डेवलपर्स के लिए रियायतें भी होंगी
गूगल की नई नीति से नए और छात्र डेवलपर्स के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, लेकिन कंपनी ने उनके लिए विशेष योजना बनाई है। विशेष अकाउंट में कम सत्यापन की जरूरत होगी और पंजीकरण शुल्क भी नहीं लगेगा, लेकिन इससे ऐप स्टोर पर ऐप प्रकाशित नहीं किए जा सकेंगे। ऐसे अकाउंट केवल सीमित डिवाइसों पर ऐप चलाने की अनुमति देंगे। गूगल ने कहा है कि वह इस योजना को समुदाय की प्रतिक्रिया के आधार पर और बेहतर बनाएगी।