LOADING...
गूगल पर जेमिनी AI टूल से यूजर्स की जासूसी का आरोप, दर्ज हुआ मामला
गूगल पर जेमिनी AI टूल का उपयोग कर यूजर्स की जासूसी करने का आरोप लगा है (तस्वीर: एक्स/@demishassabis)

गूगल पर जेमिनी AI टूल से यूजर्स की जासूसी का आरोप, दर्ज हुआ मामला

Nov 12, 2025
02:15 pm

क्या है खबर?

गूगल पर उसके जेमिनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) असिस्टेंट का उपयोग कर यूजर्स की जासूसी करने का आराेप लगा है। इसको लेकर दायर मुकदमे में कहा गया है कि कंपनी ने जीमेल, इंस्टेंट मैसेजिंग और वीडियो कांफ्रेंसिंग प्रोग्राम के यूजर्स के निजी कम्यूनिकेशन को अवैध रूप से ट्रैक करने के लिए जेमिनी असिस्टेंट का उपयोग किया। दिग्गज टेक कंपनी पर यूजर की गोपनीयता का हनन करने का आरोप लगने से उसकी मुश्किल बढ़ सकती हैं।

बदलाव 

जेमिनी को ऐप्स के लिए ऑटोमैटिक कर दिया चालू

जेमिनी पर यूजर्स की निगरानी करने को लेकर मंगलवार देर रात कैलिफोर्निया में सैन जोस की संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया गया। शिकायत में बताया गया कि पहले जीमेल, चैट और मीट के यूजर्स को गूगल के AI प्रोग्राम को चालू करने का विकल्प दिया जाता था, लेकिन अक्टूबर में गुप्त रूप से इन ऐप्स के लिए जेमिनी को चालू कर दिया। इससे वह यूजर्स की जानकारी या सहमति के बिना निजी डाटा एकत्र करने में सक्षम हो गई।

निगरानी 

टूल ऑफ नहीं करने तक डाटा की करता है जासूसी

सामूहिक मुकदमे के अनुसार, कंपनी यूजर्स को जेमिनी को बंद करने की अनुमति तो देती है, लेकिन उन्हें इस AI टूल को ऑफ करने के लिए गूगल की गोपनीयता सेटिंग्स में जाना होगा। शिकायत के अनुसार, जब तक वे यह कदम नहीं उठाते, गूगल जेमिनी का इस्तेमाल अपने यूजर्स के निजी कम्यूनिकेशन के पूरे रिकॉर्ड की हिस्ट्री तक पहुंचने और उसका फायदा उठाने के लिए करता है। इसमें जीमेल अकाउंट में भेजे और प्राप्त किए ईमेल और अटैचमेंट शामिल हैं।