भारत की पहली क्रिप्टोकरेंसी इनडेक्स IC15 हुई लॉन्च, पता चलेगी बिटकॉइन-ईथेरम की वैल्यू
क्रिप्टोकरेंसी का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है और भारतीय यूजर्स भी इसमें निवेश करने में पीछे नहीं हैं। अब क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) की ओर से भारत की पहली क्रिप्टोकरेंसीज इनडेक्स IC15 लॉन्च की गई है। इस इनडेक्स की मदद से यूजर्स को ब्लॉकचेन इकोसिस्टम के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी। इनडेक्स में बिटकॉइन, ईथेरम, XRP, बिटकॉइन कैश, कार्डेनो, लाइटकॉइन, बाइनेंस कॉइन, चेनलिंक, पोल्काडॉट और शीबा इनू जैसी क्रिप्टोकरेंसीज लिस्टेड होंगी।
टॉप-15 क्रिप्टोकरेंसीज को किया जाएगा ट्रैक
IC15 क्रिप्टोकरेंसी इनडेक्स दुनिया की सबसे ज्यादा लोकप्रिय 15 क्रिप्टोकरेंसीज को रैंक करेगी। क्रिप्टोवायर ने अपने बयान में कहा है कि दुनिया के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजेस में लिस्टेड क्रिप्टोकरेंसीज को इसका हिस्सा बनाया जाएगा। कंपनी का कहना है कि इसके इनडेक्स पर करीब 80 प्रतिशत मार्केट मूवमेंट ट्रैक किया जा सकेगा और यूजर्स को क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फैसले लेने में आसानी होगी। इनडेक्स मौजूदा टूल्स और ऐप के मुकाबले ज्यादा भरोसेमंद जानकारी देगी।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता बढ़ी
पिछले कुछ साल में क्रिप्टोकरेंसीज की स्वीकार्यता बढ़ी है और भारत में भी इसकी मदद से भुगतान का विकल्प यूजर्स को मिल रहा है। क्रिप्टोकरेंसी एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑफीशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 को भी पिछले साल लोकसभा बुलेटिन-पार्ट II का हिस्सा बनाया गया था और शीतकालीन सत्र में इसपर चर्चा होनी थी। हालांकि, सरकार की ओर से यह बिल पेश नहीं किया गया और डिजिटल करेंसी को लेकर भारत में नियम स्पष्ट नहीं हैं।
निवेश से पहले सीखने को मिलेगा
IC15 लॉन्च करते हुए क्रिप्टोवायर के मैनेजिंग डायरेक्टर जीगिश सोनगढ़ा ने कहा, "इस इनडेक्स के साथ ना सिर्फ 'कमाई से पहले' सीखने के अभियान को बढ़ावा मिलेगा बल्कि क्रिप्टोकरेंसीज के बारे में सीखने को भी मिलेगा। हमारी कोशिश मार्केट में क्रिप्टोकरेंसीज से जुड़े रिस्क को कम करने और यूजर्स को कई टूल्स देने की है।" इनडेक्स की मदद से किसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले उसकी वैल्यू और उसमें होने वाले बदलाव को समझा जा सकेगा।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने में रिस्क
क्रिप्टोवायर की इनडेक्स गवर्नेंस कमेटी में एक्सपर्ट्स, इंडस्ट्री से जुड़े लोग और एकेडमीशियंस शामिल होंगे, जो इनडेक्स को मॉनीटर करने का काम करेंगे। इस इनडेक्स की बेस वैल्यू 10,000 पर सेट की गई है और इसके लिए बेस डेट 1 अप्रैल, 2018 रखी गई है। बेशक इनडेक्स से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के बारे में आइडिया मिलेगा लेकिन बता दें, भारत सरकार, RBI और SEBI इसमें निवेश को 'हाई रिस्क' एरिया मानते हुए लोगों को चेतावनी दे रही हैं।
भारत में बैन की जा सकती है क्रिप्टोकरेंसी
भारत में प्राइवेट और अनियोजित क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लग सकता है और माना जा रहा है कि सरकार इससे जुड़े नियम बना सकती है। द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 की प्रस्तावना में लिखा गया है कि इसका मकसद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी के निर्माण के लिए फ्रेमवर्क तैयार करना है। हालांकि, यह बिल अभी संसद के दोनों सदनों में पेश होना बाकी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 10 करोड़ से अधिक लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रखा है। यह देश की आबादी का आठ प्रतिशत हिस्सा है। सरकार के इस पर बैन लगाने से इन लोगों द्वारा निवेश किए गए 70,000 करोड़ फंस जाएंगे।