ऐपल भारत में बना सकती है आईफोन चिप्स, इस कंपनी से कर रही बातचीत
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनी ऐपल पहली बार भारत में चिप असेंबली पर काम करने की योजना बना रही है। रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल आईफोन के कुछ पार्ट्स की असेंबली और पैकेजिंग के लिए भारतीय सेमीकंडक्टर कंपनियों से शुरुआती बातचीत कर रही है। अगर यह योजना आगे बढ़ती है, तो भारत की भूमिका ऐपल के ग्लोबल सप्लाई नेटवर्क में और मजबूत होगी। भारत पहले से आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा केंद्र बन चुका है, जहां लाखों लोगों को रोजगार मिला है।
कंपनी
कौन सी भारतीय कंपनी बातचीत में शामिल?
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुरुगप्पा ग्रुप की CG सेमी इस बातचीत का हिस्सा है। यह कंपनी गुजरात के साणंद में सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग की OSAT फैक्ट्री तैयार कर रही है। माना जा रहा है कि यहां आईफोन के डिस्प्ले से जुड़े चिप्स की पैकेजिंग हो सकती है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि कौन से चिप्स शामिल होंगे। ऐपल के कड़े क्वालिटी नियमों के कारण किसी भी भारतीय कंपनी को मंजूरी मिलना आसान नहीं होगा।
मंजूरी
क्यों आसान नहीं है ऐपल की मंजूरी?
ऐपल अपनी सप्लाई चेन में बेहद सख्त क्वालिटी स्टैंडर्ड अपनाता है। इसी वजह से बहुत कम कंपनियां उसकी अप्रूव्ड सप्लायर लिस्ट में जगह बना पाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल कई कंपनियों से बातचीत करता है, लेकिन आखिर में कुछ ही को चुना जाता है। इस मामले पर ऐपल ने टिप्पणी करने से इनकार किया है। वहीं CG सेमी ने कहा है कि जब कोई ठोस जानकारी होगी, तब वह आधिकारिक तौर पर साझा करेगी।
भूमिका
भारत की भूमिका क्यों बढ़ाना चाहती है ऐपल?
ऐपल अभी डिस्प्ले और उससे जुड़े चिप्स के लिए कोरिया, ताइवान और चीन पर निर्भर है। भारत में चिप असेंबली शुरू होने से चीन पर निर्भरता कम होगी। कंपनी चाहती है कि 2026 तक अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर आईफोन भारत में बनें, जिससे टैरिफ जोखिम भी घटेगा। अगर चिप असेंबली भारत आई, तो देश के सेमीकंडक्टर सेक्टर को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा और नई वैश्विक साझेदारी के रास्ते खुलेंगे।