अमेजन ने आउटेज से निपटने के लिए नया AI टूल किया लॉन्च, कैसे करता है काम?
क्या है खबर?
अमेजन की क्लाउड यूनिट अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) ने एक नया डेवऑप्स एजेंट नाम का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल लॉन्च किया है। यह टूल किसी डिजिटल फर्स्ट रिस्पॉन्डर की तरह काम करता है और आउटेज होते ही खुद जांच शुरू कर देता है। AWS का कहना है कि यह मुश्किल तकनीकी समस्याओं को लगभग 15 मिनट में समझ सकता है, जबकि इंसानी इंजीनियरों को इन्हें समझने और ठीक करने में कई घंटे लग जाते हैं।
काम
यह AI कैसे काम करेगा और क्या-क्या जांच करेगा?
डेवऑप्स एजेंट किसी समस्या का पता लगते ही डाटाडॉग और डायनाट्रेस जैसे टूल्स से डेटा इकट्ठा करता है और कई जांच एक साथ शुरू करता है। यह चेक करता है कि डाटाबेस में दिक्कत है, नेटवर्क स्लो है, API टूटी है या किसी और हिस्से में खराबी है। इंसानी इंजीनियर जिस समय कॉल में जुड़ते हैं, उस समय तक AI पूरी शुरुआती रिपोर्ट और संभावित समाधान तैयार करके सामने रख देता है।
फायदा
इस टूल से कंपनियों और इंजीनियरों को क्या फायदा होगा?
टेक सेक्टर की कंपनियों के लिए यह टूल इसलिए खास है, क्योंकि आउटेज से उनका बड़ा नुकसान होता है। नया AI टूल न सिर्फ समस्या जल्दी पहचानता है, बल्कि हर घटना से सीखकर अगली बार और तेज तथा सही सलाह देता है। इससे कंपनियों को समय और पैसे की बचत होगी। इंजीनियरों को भी रात की इमरजेंसी कॉल कम झेलनी पड़ेंगी और बड़े आउटेज के दौरान सिस्टम जल्दी रिकवर हो सकेगा।
दिशा
एजेंटिक AI की तेजी से बढ़ती भूमिका और आगे की दिशा
AWS इसे एजेंटिक AI का नया कदम बता रहा है, जिसका मतलब है कि AI खुद डाटा देखेगा, समझेगा और तुरंत एक्शन भी लेगा। माइक्रोसॉफ्ट और कुछ अन्य कंपनियां भी इसी तरह के टूल बना रही हैं, क्योंकि सिस्टम अब पहले से ज्यादा जटिल हो चुके हैं और इंजीनियरों पर दबाव बढ़ गया है। AWS का देवोपस डेवऑप्स एजेंट फिलहाल प्रीव्यू में उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही पेड वर्जन आएंगे, जिन्हें बड़े बिज नेस अपने क्लाउड सिस्टम में जोड़ सकेंगे।