मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हादसे पर जताई साजिश की संभावना, क्या बोले?
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साजिश की संभावना से भी इंकार नहीं किया है।
उन्होंने हाथरस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवाल पर कहा, "कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है कि ऐसी दुखद और दर्दनाक घटना पर राजनीति ढूंढते हैं। ऐसे लोगों की फितरत है, चोरी भी और सीना जोरी भी। हर व्यक्ति जानता है कि सज्जन (भोले बाबा) की फोटो किसके साथ में है।"
संभावना
किस पर योगी आदित्यनाथ का निशाना?
मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा, "स्वाभाविक रूप से आप लोगों ने इस बात को देखा होगा कि रैलियों के दौरान ऐसी भगदड़ कहां मचती थी और कौन इसके पीछे है? मुझे लगता है इसके तह तक जाना आवश्यक है। जो लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं और उनकी जवाबदेही तय होगी।"
बता दें, भोले बाबा की सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीरें वायरल हुई हैं। अखिलेश ने उनके लिए सकारात्मक ट्वीट भी किया था।
ट्विटर पोस्ट
योगी आदित्यनाथ ने साजिश की भी संभावना जताई
#WATCH उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस भगदड़ पर कहा, "कुछ लोगों की प्रवृति होती है कि इस प्रकार की दुखद घटनाओं पर वे राजनीति ढूंढते हैं। ऐसे लोगों की फितरत है, चोरी भी और सीना जोरी भी। यह हर व्यक्ति जानता है कि उन सज्जन की फोटो किसके साथ है और उनके राजनीतिक… pic.twitter.com/Yrbtq5xKRQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2024
हादसा
हाथरस हादसे में 121 की जान गई
मंगलवार को सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के समापन पर बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई।
चश्मदीदों ने बताया कि सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनके चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े, जिसे काबू करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गईं और तभी हादसा हुआ।
भगदड़ में कुचलने से 121 लोगों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं अधिक हैं। प्राथमिकी में बाबा का नाम नहीं है और पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
जांच
मुख्यमंत्री ने गठित की है जांच टीम
हाथरस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने उच्च स्तरीय जांच टीम का गठन किया है। जांच टीम का हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज नेतृत्व करेंगे।
इसमें प्रशासन और पुलिस के सेवानिवृत्त अधिकारी भी शामिल होंगे। जांच के दौरान सभी पहलुओं पर गौर करने को कहा गया है साथ ही ऐसे हादसे दोबारा न हो, इसके लिए सुझाव भी मांगे गए हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने विशेष जांच टीम (SIT) भी गठित की है।