नीतीश कुमार की INDIA के संयोजक पद पर नजर, कांग्रेस के रुख से संतुष्ट नहीं- रिपोर्ट
क्या है खबर?
मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को विपक्षी पार्टियों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्यूसिव अलायंस (INDIA) की तीसरी बैठक होनी है।
पिछली 2 बैठकों में गठबंधन के संयोजक का नाम तय नहीं हो पाया और न ही इस पर कोई चर्चा हुई। इस बार इस पर चर्चा की उम्मीद है।
अटकलें लगाई जा रही हैं विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में बड़ी भूमिका निभाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर INDIA के संयोजक पद पर है।
भूमिका
विपक्ष को एकजुट करने में रही नीतीश की सबसे अहम भूमिका
बता दें कि नीतीश ने अलग-थलग पड़ी विपक्षी पार्टियों के नेताओं से अलग-अलग मुलाकात कर उन्हें एक साथ लाने में सबसे अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को गैर-कांग्रेसी मोर्चे के विचार को छोड़ने के लिए भी राजी किया था।
नीतीश ने आम आदमी पार्टी (AAP) को INDIA में शामिल होने के लिए राजी करने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
उम्मीद
नीतीश को क्या उम्मीद है?
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विपक्ष को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नीतीश को उम्मीद है कि उनकी कोशिशों के लिए उन्हें गठबंधन के संयोजक पद से पुरस्कृत किया जाएगा।
नीतीश इस मुद्दे पर कांग्रेस को मनाने के लिए बिहार के अपने सहयोगी लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर दबाव डाल रहे हैं।
हालांकि, लालू और राहुल गांधी के बीच आई करीबियों के चलते नीतीश के लिए यह राह आसान नहीं है।
अटकलें
कांग्रेस आलाकमान क्या चाहता है?
बतौर रिपोर्ट, कांग्रेस का आलाकमान नहीं चाहता है कि गठबंधन में शामिल किसी पार्टी को लगे कि उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।
इसके पीछे एक कारण यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री पद के लिए इच्छुक नहीं है। माना जा रहा है कि कांग्रेस किसी को भी गठबंधन का संयोजक नहीं बनाने पर विचार कर रही है।
हालांकि, नीतीश कुमार इस बात से संतुष्ट होते हुए नहीं दिख रहे हैं।
बयान
नीतीश ने सार्वजनिक तौर पर क्या कहा?
सार्वजनिक तौर पर नीतीश ने कहा, "मैं शुरू से इस बात पर कायम हूं कि मुझे अपने लिए कोई इच्छा नहीं है। मेरी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं है। मुझे कोई पद नहीं चाहिए। संयोजक पद के लिए किसी और को जिम्मेदारी दी जा सकती है।
उन्होंने कहा, "मेरी एकमात्र इच्छा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अधिकतम राजनीतिक पार्टियों को भाजपा के खिलाफ एकजुट करना है। मैं केवल इसी दिशा में काम कर रहा हूं।"