मायावती ने भतीजे आकाश आनंद से दूसरी बार क्यों छीनीं सभी जिम्मेदारियां?
क्या है खबर?
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद पर एक बार फिर कार्रवाई की है। उन्होंने आकाश से सभी जिम्मेदारियां छीन ली हैं।
ये एक साल में दूसरी बार हुआ है, जब आकाश को उत्तराधिकारी और राष्ट्रीय समन्वयक पद से हटाया गया है।
मायावती ने आकाश को हटाने के साथ ही 2 नए राष्ट्रीय समन्वयक भी नियुक्त कर दिए हैं।
आइए जानते हैं मायावती ने आकाश से जिम्मेदारी क्यों छीनी है।
ससुर
मायावती ने आकाश के ससुर को भी पार्टी से निकाला था
कुछ दिन पहले मायावती ने आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकाल दिया था। अशोक पर ये कार्रवाई संगठन में गुटबाजी और अनुशासनहीनता को लेकर की गई थी।
तब BSP ने कहा था, "दक्षिणी राज्यों के प्रभारी रहे डॉक्टर अशोक सिद्धार्थ और नितिन सिंह चेतावनी के बाद भी पार्टी में गुटबाजी कर रहे थे। इन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।"
वजह
मायावती ने क्या बताई आकाश को निकालने की वजह?
मायावती ने कहा, "जहां तक आकाश आनंद का सवाल है तो यह सभी को पता है कि उनकी शादी अशोक की बेटी से हुई है। अब जब अशोक को पार्टी से निकाल दिया गया है तो यह देखना जरूरी होगा कि उनकी बेटी पर उनके विचारों का कितना असर पड़ता है। वह आकाश आनंद को कितना प्रभावित कर सकती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी के हित में आकाश को सभी जिम्मेदारियों से अलग कर दिया गया है।"
अल्टीमेटम
मायावती ने आकाश को दिया था अल्टीमेटम
मायावती ने कहा, "आकाश पर कार्रवाई के लिए पार्टी नहीं, बल्कि पूरी तरह से उनके ससुर अशोक ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने आकाश के राजनीतिक करियर को भी नुकसान पहुंचाया है। अब उनकी जगह पहले की तरह आनंद कुमार ही पार्टी के सभी कार्यों को संभालते रहेंगे।"
करीब 15 दिन पहले मायावती ने सुप्रीमो ने 15 दिन पहले आकाश आनंद को अल्टीमेटम देते हुए BSP के उत्तराधिकारी को लेकर भी कुछ बातें कही थीं।
पिछली कार्रवाई
एक साल में 2 बार आकाश पर गिरी गाज
10 दिसंबर, 2023 को मायावती ने आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। हालांकि, 7 मई 2024 को मायावती ने आकाश से सभी जिम्मेदारियां छीन ली थीं और उत्तराधिकारी के साथ राष्ट्रीय समन्वयक पद से भी हटा दिया था।
मायावती ने कहा था कि आकाश अभी पूर्ण रूप से परिपक्व नहीं हुए हैं।
इसके बाद 23 जून, 2024 को मायावती ने दोबारा आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर राष्ट्रीय समन्वयक की जिम्मेदारी भी सौंप दी थी।
पिछली वजह
पहले आकाश को पद से क्यों हटाया गया था?
लोकसभा चुनाव के दौरान आकाश ने करीब 2 दर्जन से ज्यादा रैलियों को संबोधित किया था। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सीतापुर के कॉलेज में एक जनसभा में आकाश ने भाजपा सरकार को 'आतंक की सरकार' करार दिया था और जूतों से मारने की बात कही थी।
इसके बाद से ही मायावती ने आकाश की रैलियों पर रोक लगा दी थी।
इसके अलावा आकाश भाजपा पर लगातार निशाना साध रहे थे। आकाश पर कार्रवाई को इनसे जोड़कर देखा गया था।