बिहार चुनाव: महागठबंधन ने मुकेश सहनी को क्यों बनाया उपमुख्यमंत्री चेहरा?
क्या है खबर?
बिहार चुनाव को लेकर आज महागठबंधन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया। वहीं, एक बड़ा ऐलान विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुकेश सहनी को लेकर भी हुआ। गठबंधन ने उन्हें उपमुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये फैसला कुछ घंटों पहले ही लिया गया था। आइए जानते हैं महागठबंधन ने सहनी को क्यों उपमुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया।
वार्ता
प्रेस वार्ता से ठीक पहले सहनी ने रखी डिमांड- रिपोर्ट
NDTV के मुताबिक, सहनी ने गठबंधन में 'सम्मानजनक स्थान' के बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि अगर महागठबंधन सामाजिक न्याय की बात करता है, तो उन्हें सीटों के साथ पदों में भी हिस्सेदारी चाहिए। उन्होंने कहा, "मैं 25 से कम सीटों पर सहमत हुआ, क्योंकि मुझे लगा था कि उपमुख्यमंत्री पद मिल जाएगा। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मैं अपने समर्थकों का सामना कैसे कर पाऊंगा?"
सहमति
सहनी को उपमुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने पर कैसे बनी सहमति?
कहा जा रहा है कि सहनी की मांग पर तेजस्वी ने खुद हस्तक्षेप किया और आश्वासन दिया कि अगर सरकार बनी तो हर पार्टी को हिस्सेदारी मिलेगी। सहनी इससे भी सहमत नहीं दिखे। इसके बाद कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने दिल्ली में पार्टी आलाकमान से बात की। आलाकमान से मंजूरी मिलने के बाद वामपंथी नेता दीपांकर भट्टाचार्य से भी सहमति ली गई। उनकी मंजूरी के बाद सहनी को उपमुख्यमंत्री घोषित किया गया।
अहम
कितने अहम हैं सहनी?
सहनी मल्लाह समुदाय से आते हैं, जिनकी बिहार में आबादी करीब 2.5 प्रतिशत है। ये एक छोटा, लेकिन राजनीतिक रूप से प्रभावशाली समूह है, जो गंगा के किनारे कई जिलों में फैला हुआ है। खासतौर पर मिथिलांचल और सीमांचल क्षेत्रों में इस समुदाय का प्रभाव है। इसके अलावा उनके जरिए महागठबंधन की नजर सहनी और निषाद समुदायों के वोटों पर भी हैं, जिनकी कुल मिलाकर राज्य में करीब 9 प्रतिशत आबादी है।
नाराजगी
सीट बंटवारे से नाराज थे सहनी, छोड़ने वाले थे गठबंधन
महागठबंधन ने भले ही सहनी को उपमुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया हो, लेकिन एक वक्त ऐसा था, जब वे गठबंधन छोड़ने पर विचार कर रहे थे। वे पहले 25 सीटों की मांग कर रहे थे, जिसे लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी। इससे नाराज होकर 16 अक्टूबर को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी, जिसका समय 3 बार बदला गया और आखिर में रद्द कर दी गई। कहा जाता है कि राहुल गांधी ने उनकी नाराजगी दूर की थी।
परिचय
कौन हैं सहनी?
सहनी का जन्म 31 मार्च, 1981 को सुपौल जिले में एक मछुआरा परिवार में हुआ था। 2015 में उन्होंने पहली बार भाजपा का समर्थन किया था। हालांकि, भाजपा द्वारा निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा न दिए जाने के चलते उन्होंने 2018 में VIP का गठन किया। VIP 2019 के लोकसभा चुनावों में महागठबंधन में थी, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई। 2020 विधानसभा चुनावों में सहनी NDA में चले गए और 4 सीटें जीतीं।