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अमेठी से स्मृति ईरानी को चुनौती देने वाले कांग्रेस उम्मीदवार केएल शर्मा कौन हैं?
अमेठी से कांग्रेस ने केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाया हैे

अमेठी से स्मृति ईरानी को चुनौती देने वाले कांग्रेस उम्मीदवार केएल शर्मा कौन हैं?

लेखन आबिद खान
May 03, 2024
10:42 am

क्या है खबर?

लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से गांधी परिवार की पारंपरिक सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने लंबे इंतजार के बाद उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। वायनाड से सांसद राहुल गांधी इस बार अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे, जबकि किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से टिकट मिला है। वे यहां से वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनौती देंगे। आइए जानते हैं कि केएल शर्मा कौन हैं।

गांधी परिवार

गांधी परिवार के करीबी हैं शर्मा

शर्मा मूल रूप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं और उन्हें गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता है। वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के समय से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। वे पहली बार 1983 में अमेठी आए थे और तब से ही कांग्रेस के लिए यहां पर काम कर रहे हैं। फिलहाल वे रायबरेली में सोनिया गांधी के सांसद प्रतिनिधि हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने नामांकन पर्चा खरीदा था।

जिम्मेदारी

अमेठी और रायबरेली में संभालते हैं कांग्रेस की जिम्मेदारी

शर्मा अमेठी के साथ ही रायबरेली में भी पार्टी की जिम्मेदारियों संभालते रहे हैं। 1991 में राजीव की मृत्यु के बाद शर्मा अमेठी में कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते रहे हैं। 1990 के दशक में जब गांधी परिवार चुनावी राजनीति से दूर रहा तो उन्होंने यहां से दूसरे कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। 1999 में सोनिया की अमेठी से पहली चुनावी जीत में शर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी।

गैर-गांधी

25 सालों में पहली बार अमेठी से गैर-गांधी मैदान में

अमेठी गांधी परिवार की पारंपरिक सीट रही है। शर्मा 25 साल के बाद इस सीट से लड़ने वाले पहले ऐसे कार्यकर्ता हैं, जो गांधी परिवार से नहीं हैं। शर्मा ने युवा कांग्रेस के लिए भी काम किया है। राजीव के कार्यकाल के दौरान शर्मा को सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए युवक कांग्रेस में समन्वयक नियुक्त किया गया था। वे पंजाब और बिहार में भी पार्टी के लिए काम कर चुके हैं।

जीत

शर्मा के लिए आसान नहीं है जीत की राह

अमेठी भले ही गांधी परिवार की पारंपरिक सीट रही है, लेकिन 2019 में स्मृति ईरानी ने इस अभेद्य किले को भेद दिया था। तब उन्होंने राहुल को करीब 55,000 वोटों से हराकर पहली बार जीत दर्ज की थी। भाजपा ने दोबारा उन पर भरोसा जताया है। फिलहाल वे केंद्रीय मंत्री हैं और भाजपा की फायरब्रांड महिला नेताओं में गिनी जाती हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो शर्मा के लिए यहां से जीत दर्ज करना इतना आसान नहीं है।

मतदान

अमेठी-रायबरेली में 20 मई को मतदान

अमेठी और रायबरेली सीट पर 5वें चरण के अंतर्गत 20 मई को वोट डाले जाएंगे, जिसके लिए आज नामांकन की आखिरी तारीख है। ईरानी ने पहले ही यहां से नामांकन दाखिल कर दिया है। आज शर्मा बड़े लाव-लश्कर के साथ यहां से पर्चा भरेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी समेत कई बड़े पार्टी नेता उनके नामांकन के दौरान शामिल रहेंगे।