संदेशखाली मामला: ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी, भाजपा और RSS पर लगाया हिंसा भड़काने का आरोप
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर उठे राजनीतिक विवाद पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने आज विधानसभा में कहा, "मैंने अपने जीवन में कभी भी अन्याय नहीं होने दिया। मैंने राज्य महिला आयोग के प्रतिनिधियों को तुरंत संदेशखाली भेजा और 17 लोगों को गिरफ्तार किया।" मुख्यमंत्री ने भाजपा पर दंगे भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि संदेशखाली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का अड्डा है।
आगे क्या बोलीं ममता बनर्जी?
बनर्जी ने कहा, "पहले केंद्र ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के माध्यम से इलाके में प्रवेश किया और फिर स्थानीय तृणमूल नेता शेख शाहजहां को निशाना बनाया। फिर उन्होंने अपने लोगों को भेजकर परेशानी खड़ी करना शुरू कर दिया। संदेशखाली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का अड्डा है। यहां पहले भी दंगे हुए थे।" उन्होंने कहा कि महिला पुलिस की टीम घर-घर जाकर महिलाओं से मिल रही है और अगर वे शिकायत दर्ज कराती हैं तो इस पर गौर किया जाएगा।
क्या है मामला?
कथित राशन घोटाले को लेकर ED ने एक महीने पहले संदेशखाली में शाहजहां शेख के यहां छापा मारा था। इस दौरान शेख नहीं मिले, लेकिन स्थानीय लोगों ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें अधिकारी चोटिल हुए थे। शेख एक महीने से फरार हैं। इसके बाद महिलाओं के एक वर्ग ने शेख और उसके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिस पर भाजपा ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि TMC नेता महिलाओं का यौन उत्पीड़न करते हैं।