
पश्चिम बंगाल: भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडलों को संदेशखाली जाने से रोका गया
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले स्थित संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले ने तूल पकड़ लिया है।
शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनिधिमंडल गांव जाना चाहता था, लेकिन पुलिस ने उनको रास्ते में रोक लिया।
यह तीसरी बार है, जब भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को संदेशखाली जाने से रोका गया है। विवाद पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मिलकर उन्हें स्थिति से अवगत कराया।
विरोध
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल में 2 केंद्रीय मंत्री शामिल
भाजपा की ओर से जो प्रतिनिधिमंडल संदेशखाली जा रहा था, उसका गठन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया है।
प्रतिनिधिमंडल में 2 केंद्रीय मंत्री शामिल हैं और इसका नेतृत्व केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी कर रही हैं।
कांग्रेस के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के अपराधी महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये आज से नहीं, बल्कि कई सालों से चल रहा है।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोले अधीर रंजन चौधरी
#WATCH संदेशखाली: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "...पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के अपराधी मिलकर उन(महिलाओं) पर अत्याचार कर रहे हैं। आज से नहीं महीनों और सालों से ये सिलसिला चल रहा है..." pic.twitter.com/2WOjUWcghq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2024
विवाद
क्या है विवाद?
कथित राशन घोटाले को लेकर ED ने एक महीने पहले संदेशखाली में शाहजहां शेख के यहां छापा मारा था।
इस दौरान शेख नहीं मिले, लेकिन स्थानीय लोगों ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें अधिकारी चोटिल हुए थे। शेख एक महीने से फरार हैं।
इसके बाद महिलाओं के एक वर्ग ने शेख और उसके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसको लेकर वहां माहौल गर्म है।
आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता महिलाओं का यौन उत्पीड़न करते हैं।