भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से कटा मेनका और वरुण गांधी का नाम, जानिए क्या है कारण
पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को भाजपा प्रबंधन ने बड़ा झटका दिया है। भाजपा द्वारा गुरुवार को घोषित की गई नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इन्हें जगह नहीं दी गई है। इसकी जमकर चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में वरुण के लगातार किए गए ट्वीट पर यह कदम उठाया गया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सरकार पर हमलावर हो रहे थे वरुण
बता दें कि गत रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। इसको लेकर सांसद वरुण ने कहा था कि लखीमपुर खीरी हिंसा किसी व्यक्ति या समूह के अपराध का परिणाम थी और ऐसा नहीं होना चाहिए था। यह प्रशासन की विफलता है। इसी तरह उन्होंने मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए किसी समुदायक के लिए अपमानजनक शब्द नहीं बोलने की चेतावनी दी थी।
वरुण ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी लिखा पत्र
वरुण ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखकर हिंसा के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा समयबद्ध तरीके से सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी जांच का सुझाव दिया था।
वरुण ने वीडियो ट्वीट कर भी साधा था सरकार पर निशाना
सांसद वरुण ने बुधवार को भी घटना का एक वीडियो शेयर करते हुए सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने लिखा था, 'लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जानबूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झकझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों, और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करे।' वह लगातार केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर दबाव बना रहे थे।
वरुण ने गुरुवाार को ट्वीट किया नया वीडियो
वरुण ने गुरुवार को भी मामले से जुड़ा एक अन्य वीडियो ट्वीट करते हुए किसानों को न्याय दिलाने की मांग की है। नए ट्वीट में वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, 'यह वीडियो बिल्कुल शीशे की तरह साफ है। प्रदर्शनकारियों की हत्या करके उनको चुप नहीं करा सकते हैं। निर्दोष किसानों का खून बहाने की घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। हर किसान के दिमाग में उग्रता और निर्दयता के पनपने से पहले उन्हें न्याय दिलाना होगा।'
यहां देखें वरुण गांधी द्वारा ट्वीट किया गया वीडियो
भाजपा प्रबंधन ने किया नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर
सांसद वरुण गांधी के सरकार के खिलाफ इन तीखे तेवरों को देखते हुए भाजपा प्रबंधन ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से उन्हें ही नहीं बल्कि उनकी मां और सुल्तानपुर से भाजपा सांसद मेनका गांधी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा जारी की गई इस सूची में 80 नेताओं को कार्यकारी सदस्य बनाया है। इसके अलावा सूची में 50 विशेष आमंत्रित और 179 आमंत्रित सदस्यों को जगह दी गई है।
कार्यकारी सदस्यों में ये नाम है प्रमुख
नई कार्यकारिणी के कार्यकारी सदस्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद व वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसी तरह पूर्व मंत्रियों हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद और फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भी इसमें जगह दी गई है। हालांकि, विनय कटियार को भी नई कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है।
13 सदस्यों को बनाया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
भाजपा की नई कार्यकारिणी में 13 सदस्यों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, राजस्थान की पू्र्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी शामिल हैं। इसी तरह कैलाश विजयवर्गीय सहित सात सदस्यों को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। कर्नाटक के सांसद तेजस्वी सूर्या को भाजयुमो राष्ट्रीय अध्यक्ष, तमिलनाडु की विधायक वनती श्रीनिवासन को महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है। राजकुमार चहर को किसान मोर्चा अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।