विवादित बयान: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को अगले हफ्ते पुलिस के सामने पेश होने का नोटिस
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ जड़ने संबंधी अपने बयान के कारण कानूनी पचड़ों में फंसे केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पुलिस ने अगले हफ्ते उसके सामने पेश होने को कहा है।
राणे को जमानत मिलने के बाद नासिक पुलिस ने उन्हें ये नोटिस जारी किया है और 2 सितंबर को दोपहर 12 बजे उसके सामने पेश होने को कहा है। राणे को कल रात ही जमानत मिली है।
पृष्ठभूमि
कल गिरफ्तार किए गए थे राणे
राणे को आजादी के साल भूलने के लिए उद्धव ठाकरे को थप्पड़ लगाने संबंधी उनके बयान के लिए कल दिन में गिरफ्तार किया गया था। शाम को हुई सुनवाई में पुलिस ने कोर्ट से उनकी सात दिन की हिरासत मांगी थी, हालांकि कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और रात लगभग 9:45 बजे राणे को जमानत दे दी।
कोर्ट में राणे ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया और स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मांगी।
जानकारी
कोर्ट ने राणे की गिरफ्तारी को बताया जायज
रायगढ़ कोर्ट ने राणे को जमानत तो दे दी, लेकिन साथ ही कहा कि उनकी गिरफ्तारी जायज है और उन्हें आगे इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए। उन्हें 15,000 रुपये के बॉन्ड पर रिहा किया गया है।
विवादित बयान
किस बयान के लिए गिरफ्तार किए गए थे राणे?
सोमवार को रायगढ़ में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए नारायण राणे ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे 15 अगस्त के अपने भाषण के दौरान आजादी के साल भूल गए थे।
उन्होंने कहा था, "यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।"
भिड़ंत
मामले में भिड़ गए थे शिवसेना और भाजपा के कार्यकर्ता
राणे के इस बयान पर शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता आगबूबला हो गए थे और पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने नागपुर में भाजपा के कार्यालय पर पत्थर फेंके थे।
इसके अलावा मुंबई में शिवसेना और भाजपा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। शिवसेना के कार्यकर्ता राणे के जुहू स्थिति घर के सामने प्रदर्शन करने जा रहे थे, तभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक लिया।
दोनों तरफ से पथराव भी हुआ जिसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए।
तीखा हमला
शिवसेना सांसद ने कहा- मानसिक संतुलन खो चुके हैं राणे
शिवसेना सांसद विनायक राउत ने मामले में राणे पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, "भाजपा नेतृत्व को खुश करने के लिए राणे शिवसेना और उसके नेताओं को निशाना बना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। मोदी को उन्हें बाहर कर देना चाहिए।"
वहीं शिवसेना की युवा इकाई युवा सेना ने राज्यभर में पोस्टर लगाए हैं जिसमें राणे को 'मुर्गी चोर' कहा गया है।
जानकारी
भाजपा ने गिरफ्तारी को बताया प्रोटोकॉल के खिलाफ
मामले में राणे के खिलाफ कम से कम चार FIR दर्ज की गई हैं जिनमें से एक में उनकी गिरफ्तारी हुई है। भाजपा ने शिवसेना पर पलटवार करते हुए राणे की गिरफ्तारी को केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार करने के प्रोटोकॉल के खिलाफ बताया है।