तमिलनाडु: उदयनिधि स्टालिन बने उपमुख्यमंत्री, जमानत मिलने के बाद बालाजी की मंत्रिमंडल में वापसी
तमिलनाडु सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव किए हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है, जबकि सेंथिल बालाजी को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। पूर्व परिवहन मंत्री रहे बालाजी की मंत्रिमंडल में वापसी हुई है। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले साल गिरफ्तार किया था। बालाजी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 26 सितंबर को ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है।
15 महीने बाद जेल से बाहर आए बालाजी
जुलाई, 2021 में ED ने बालाजी और अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसके बाद उनके आवास, कार्यालय, तमिलनाडु सचिवालय और रिश्तेदारों को घरों पर छापा मारा गया। जून, 2023 में कई घंटों की पूछताछ के बाद ED ने बालाजी को गिरफ्तार किया था। 3 बार ट्रायल कोर्ट और 2 बार मद्रास हाई कोर्ट ने बालाजी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
क्यों गिरफ्तार किए गए थे बालाजी?
मामला साल 2011 से 2015 के बीच का है, जब राज्य में जयललिता के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (AIADMK) की सरकार थी। बालाजी तब परिवहन मंत्री थे। आरोप है कि राज्य परिवहन विभाग में नियुक्ति के इच्छुक उम्मीदवारों से बालाजी ने नौकरी देने के बदले रिश्वत ली थी। मामले में मेट्रो ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (MTC) के एक कर्मचारी ने 2018 में मद्रास हाई कोर्ट में उनके खिलाफ एक याचिका दायर की थी।
उपमुख्यंमत्री बनाए गए उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वे अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी के नेता हैं, जिन्हें तमिलनाडु सरकार में अहम भूमिका मिली है। इससे पहले उनके दादा और द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (DMK) नेता एम करुणानिधि और पिता एमके स्टालिन को यह जिम्मेदारी मिली थी। तमिलनाडु में ऐसा दूसरी बार हो रहा है, जब पिता मुख्यमंत्री और बेटा उपमुख्यमंत्री पद पर है। 2009-11 में जब करुणानिधि मुख्यमंत्री थे, तब एमके स्टालिन उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
उदयनिधि ने सनातन को लेकर दिया था विवादित बयान
पिछले साल सितंबर में उदयनिधि ने कहा था, "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना वायरस का विरोध नहीं कर सकते हैं। हमें इन्हें खत्म करना होगा। इसी तरह हमें सनातन धर्म को भी खत्म करना है।" उनके इस बयान पर खूब हंगामा हुआ था। यहां तक कि मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया था, जहां से उदयनिधि को फटकार भी लगी थी।
मंत्रिमंडल में ये नेता भी शामिल किए गए
उदयनिधि और बालाजी के अलावा डॉक्टर गोवी चेझियान, आर राजेंद्रन और एसएम नासर को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। चेझियान को उच्च शिक्षा मंत्री, राजेंद्रन को पर्यटन मंत्री और नासर को अल्पसंख्यक कल्याण और अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री बनाया गया है। उदयनिधि को योजना और विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। वे पहले से ही युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री हैं। इसके अलावा 3 मंत्रियों की मंत्रिमंडल से विदाई हुई है।