
पश्चिम बंगाल: TMC नेता अनुब्रत मंडल की रिहाई के लिए CBI के विशेष न्यायाधीश को धमकी
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में पशु तस्करी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की हिरासत में चल रहे तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता अनुब्रत मंडल की रिहाई के लिए आसनसोल में CBI के विशेष न्यायाधीश को धमकी दिए जाने की घटना सामने आई है।
न्यायाधीश को मिले धमकी भरे पत्र में कहा गया है कि यदि अनुब्रत मंडल को जमानत नहीं दी तो उनके परिवार को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (NDPS) के फंसाया जाएगा।
आइये आगे पढ़ते हैं विस्तृत खबर।
दावा
न्यायाधीश ने किया धमकी भरा पत्र मिलने का दावा
विशेष न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती ने आरोप लगाया है कि उन्हें बप्पा चटर्जी के एक पत्र के जरिए से धमकी दी गई है।
पत्र में लिखा है, 'अगर मंडल को जमानत पर रिहा नहीं किया गया, तो उनके परिवार को NDPS एक्ट के तहत नशीले पदार्थों की वाणिज्यिक मात्रा में तस्करी के गंभीर आरोपों में फंसाया जाएगा।'
न्यायाधीश ने पश्चिम बर्धमान में जिला न्यायाधीश से मामले पर गौर करने और इसे कलकत्ता हाई कोर्ट के समक्ष उठाने की अपील की है।
प्रतिक्रिया
भाजपा ने बोला ममता बनर्जी पर हमला
इस मामले में भाजपा की IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'आसनसोल में CBI न्यायाधीश को धमकी पत्र मिलता है, जिसमें उन्हें अपराधी अनुब्रत मंडल को जमानत न देने पर उनके पूरे परिवार को NDPS मामले में फंसाने की बात कही है। न्यायाधीश ने जिला न्यायाधीश और उच्च न्यायालय को भी लिखा है। ममता बनर्जी गिरफ्तारी के बाद भी मंडल का बचाव करती रही हैं।'
पृष्ठभूमि
पशु तस्करी मामले में आया था मंडल का नाम
CBI के अनुसार, साल 2015 से 2017 के दौरान सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से करीब 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे। इन पशुओं की सीमा पार तस्करी की जा रही थी।
इसको लेकर CBI ने साल 2020 में पशु तस्करी का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी।
जांच में अनुब्रत मंडल का भी नाम सामने आया था। इसको लेकर CBI ने पहले भी उनसे कई बार पूछताछ की थी।
कार्रवाई
CBI ने 11 अगस्त को किया था मंडल को गिरफ्तार
CBI ने 11 अगस्त को मंडल को उनके घर से गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह CBI की हिरासत में हैं। इससे पहले CBI ने उन्हें 9 अगस्त को कार्यालय में पेश होने के लिए समन भेजा था, लेकिन वह खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अस्पताल में भर्ती हो गए।
उसके अलगे ही दिन CBI ने उन्हें नया समन भेजकर बुधवार को पेश होने को कहा था, लेकिन इसके बाद भी वह उपस्थित नहीं हुए थे।
छापेमारी
CBI ने हाल ही में की थी छापेमारी
CBI ने हाल ही में मंडल के करीबी सहयोगियों के कोलकाता और बीरभूम स्थित 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इस छापेमारी में 17 लाख रुपये की नकदी, 10 मोबाइल फोन और पेन ड्राइव समेत कई अहम चीजें बरामद हुई थी। इसके अलावा CBI को वहां से कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले थे।
बता दें कि मंडल 1998 में की गई TMC की स्थापना के बाद से ही पार्टी में है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माने जाते हैं।