जिन्होंने मेरे लिए गड्ढे खोदे अब वो 10 गुना गहरे गड्ढों में दफन हुए- नवजोत सिद्धू
क्या है खबर?
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में आंतरिक कलह शुरू हो गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जहां इसके लिए सिद्धू को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं अब सिद्धू ने भी कांग्रेस नेताओं पर बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने कहा जो पंजाब से प्यार करता है उसे चुनाव परिणामों की परवाह नहीं है। उनका लक्ष्य पंजाब का विकास है, लेकिन जिन्होंने मेरेे लिए गड्ढे खोदे अब वो 10 गुना गहरे गड्ढों में दफन हो गए।
परिणाम
पंजाब में कांग्रेस को मिली है करारी हार
पंजाब में AAP की सुनामी देखने को मिली और पार्टी ने 117 में से 92 सीटों पर जीत दर्ज की। सत्तारूढ़ कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब रही और वह मात्र 18 सीटें जीत पाई।
अकाली दल तीन और अमरिंदर सिंह और भाजपा का गठबंधन मात्र दो सीटें जीत पाया।बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय ने एक-एक सीट जीती।
AAP की लहर में चरणजीत सिंह चन्नी, अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू, प्रकाश और सुखबीर बादल जैसे तमाम बड़े नाम हार गए।
निशाना
सिद्धू ने साधा अपने विरोधियों पर निशाना
अमृतसर पूर्व सीट से हार झेलने वाले सिद्धू ने कहा, "मेरा लक्ष्य पंजाब का विकास है। मैं पंजाब के समर्थन में खड़ा था और रहूंगा। जो पंजाब से प्यार करता है उसे जीत या हार की परवाह नहीं है।"
उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने मेरे लिए गड्ढे खोदे अब वो 10 गुना गहरे गड्ढों में दफन हो गए। कौन कहता है भगवान और जनता की अदालत में इंसाफ नहीं होता है, लेकिन जो चला गया उसे भूल जाओ।"
बदलाव
लोगों ने बदलाव के लिए किया है वोट- सिद्धू
सिद्धू ने कहा, "जनता ने रिवायती राजनीति और पार्टियों को छोड़कर राज्य के लिए एक नए विकल्प को चुना है। लोगों ने बदलाव के लिए आप को वोट दिया है। मैं उन्हें बधाई देता हूं कि उन्होंने एक अच्छा निर्णय किया है। इसमें चिंता की बात नहीं है, लेकिन आत्मचिंतन किया जाना चाहिए।"
मुख्यमंत्री चन्नी की हार पर उन्होंने कहा, "मैं यह विश्लेषण नहीं कर रहा हूं कि लोगों ने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में उन्हें स्वीकार किया या नहीं।"
प्रतिक्रिया
सिद्धू के DNA में ही कांग्रेस नहीं है- रंधावा
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कहा, "नवजोत सिद्धू के DNA में ही कांग्रेस नहीं है। उन्हें कांग्रेस का कल्चर नहीं पता। जब उन्होंने मुख्यमंत्री चन्नी के कामकाज और अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू किए तभी प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को उन्हें बाहर कर देना चाहिए था।"
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह बाजवा ने कहा कि सिद्धू बेलगाम घोड़े हैं। वह खुद को वन मैन आर्मी समझते हैं और अब आलाकमान को उन पर निर्णय करना है।
परिणाम
अमृतसर पूर्व सीट से क्या रहा सिद्धू का हाल?
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी AAP की लहर में अपनी सीट नहीं बचा पाए। उन्हें भी AAP उम्मीदवार जीवनज्योत कौर से 6,750 वोटों से हार झेलनी पड़ी है।
इस चुनाव में जहां AAP उम्मीदवार को कुल 39,679 वोट मिले हैं, वहीं सिद्धू को 32,929 वोटों से संतोष करना पड़ा है।
इसी तरह कांग्रेस के टिकट पर भाग्य आजमा रहे पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया 25,188 वोटों के साथ तीसरे पायदान पर रहे हैं।
अन्य
पंजाब में इन दिग्गजों को भी झेलनी पड़ी है करारी हार
सिद्धू के अलावा मुख्यमंत्री चन्नी को भदौड़ और अपनी परंपरागत सीट चमकौर साहिब दोनों जगहों से हार झेलनी पड़ी है।
भदौड़ में उन्हें AAP प्रत्याशी लाभ सिंह उगोके से 37,558 और चमकौर साबिह सीट से AAP प्रत्याशी डॉ चरणजीत सिंह से 7,942 वोटों से हार झेलनी पड़ी है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को पटियाला शहर से 19,873 वोट, SAD संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को लंबी सीट से 11,396 और सुखबीर सिंह को जलालाबाद से 30,930 वोटों से हार झेलनी पड़ी है।