थलापति विजय को 18 दिसंबर को चुनावी जनसभा की अनुमति मिली, पूरी करनी होगी 84 शर्त
क्या है खबर?
तमिलनाडु की पुलिस ने अभिनेता से नेता बने थलापति विजय को 18 दिसंबर को इरोड में चुनावी जनसभा करने की अनुमति दे दी है। हालांकि, विजय के सामने 84 शर्तें रखी गई हैं। तमिलगा वेत्री कषगम (TVK) के मुख्य समन्वयक केए सेंगोट्टैयन ने 3 दिन पहले पुलिस और राजस्व विभाग से जिले के पेरुंदुरई और विजयमंगलम के पास भव्य जनसभा की अनुमति मांगी थी। विजय की जनसभा 16 एकड़ जमीन पर आयोजित होनी है।
जनसभा
विजय ने जनसभा के लिए मांगी थी 20 एकड़ भूमि
जहां विजय की जनसभा होनी है, वह भूमि हिंदू धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के स्वामित्व वाली वियापुरी अम्मन मंदिर की है। इस 31 एकड़ भूमि में से TVK ने लगभग 20 एकड़ भूमि के उपयोग की अनुमति मांगी थी। रविवार को TVK के प्रतिनिधियों की मंदिर प्राधिकारियों से मुलाकात के बाद, उन्होंने अपनी 16 एकड़ जमीन पर जनसभा की अनुमति दे दी और आवश्यक अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) पुलिस को दिया है। हालांकि, बंदोबस्ती विभाग ने इसमें कुछ शर्तें लगाई हैं।
शर्त
विभाग ने क्या लगाई प्रमुख शर्तें?
बंदोबस्ती विभाग ने TVK को जमीन इस्तेमाल करने के लिए 1 लाख रुपये भुगतान करने को कहा है, जिसमें 50,000 रुपये किराया और 50,000 रुपये सुरक्षा जमा राशि होगी। पार्टी को जनसभा के लिए आवश्यक पेयजल, भोजन और सुरक्षा सुविधाएं अपने खर्च पर उपलब्ध करानी होंगी। मंच स्थापित करने और लाउडस्पीकर के लिए पुलिस से अलग से औपचारिक अनुमति लेनी होगी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जनसभा स्थल को साफ-सुथरा करना होगा। इसके अलावा पुलिस ने 84 शर्तें लगाई हैं।
रैली
जनसभा में 20,000 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद
पुलिस ने आयोजकों को सभी 84 शर्तें पूरी करने के निर्देश दिए हैं, जो सुरक्षा और जनसभा से जुड़े हैं। इसमें किसी रोड शो की इजाजत नहीं है। जनसभा में 20,000 से अधिक लोगों के आने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। जनसभा स्थल पर संभावित दुर्घटना को रोकने के लिए बैरीकेड बनाने को कहा गया है। इससे पहले पुडुचेरी पुलिस ने उप्पलम एक्सपो ग्राउंड में विजय की रैली के लिए 6 शर्तें रखी थीं।
एहतियात
करूर भगदड़ के बाद सख्ती
तमिलनाडु के करूर में 27 सितंबर को थलापति विजय की रैली हुई थी, जिसमें 10,000 से अधिक लोग जुटे थे। रैली में अचानक भगदड़ मचने से करीब 41 लोगों की जान चली गई, जिसमें बच्चे-महिलाएं भी शामिल हैं। करीब 60 घायल हुए थे। TVK ने भगदड़ को साजिश बताते हुए पुलिस की जांच पर सवाल उठाए थे। पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को जांच सौंपी गई है।