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प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलों को बिहारियों को प्रताड़ित करने वाला बताया, एमके स्टालिन ने नसीहत दी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नसीहत दी

प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलों को बिहारियों को प्रताड़ित करने वाला बताया, एमके स्टालिन ने नसीहत दी

लेखन गजेंद्र
Oct 31, 2025
12:35 pm

क्या है खबर?

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस भाषण की निंदा की है, जिसमें उन्होंने तमिलनाडु के लोगों को बिहार के मजदूरों को प्रताड़ित करने वाला बताया है। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के प्रमुख स्टालिन ने सोशल पर प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि वह तमिलों और बिहार के लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने वाले तरीके से काम करना बंद करें। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का अंश भी साझा किया है।

निंदा

स्टालिन ने कहा- प्रधानमंत्री पद की गरिमा नहीं खोनी चाहिए

स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का अंश साझा करते हुए एक्स पर लिखा, 'एक तमिल व्यक्ति होने के नाते, मुझे नरेंद्र मोदी से यह अनुरोध करते हुए दुःख हो रहा है कि वे अक्सर यह भूल जाते हैं कि वे इस देश के सभी लोगों के लिए प्रधानमंत्री के सम्मानित पद पर हैं, और उन्हें इस तरह के बयानों से अपनी जिम्मेदारी की गरिमा नहीं खोनी चाहिए। वे जहां भी जाते हैं, ओडिशा-बिहार कहते हैं।'

बयान

दुश्मनी पैदा करना बंद करें- स्टालिन

स्टालिन ने आगे लिखा, 'मुख्यमंत्री होने के नाते, मैं चुनावी राजनीति के लिए तमिलों के प्रति नफरत व्यक्त करने के लिए भाजपा सदस्यों की कड़ी निंदा करता हूं। इस महान भारत में, जो बहुसंस्कृतिवाद, विविधता में एकता पर गर्व करता है, मैं प्रधानमंत्री और भाजपा सदस्यों से आग्रह करता हूं कि वे हिंदुओं-मुसलमानों के बीच दुश्मनी बढ़ाने और तमिलों-बिहार के लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने जैसे तुच्छ राजनीतिक कृत्यों को रोकें और राष्ट्र के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करें।'

ट्विटर पोस्ट

स्टालिन का पोस्ट

बयान

प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा था?

बिहार के सारण जिले के छपरा में प्रधानमंत्री ने गुरुवार को चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के INDIA गठबंधन के बहाने बिहारियों के प्रताड़ना का मुद्दा उठाया था। उन्होंने DMK को कांग्रेस का गठबंधन सहयोगी बताते हुए आरोप लगाया कि तमिलनाडु में DMK के लोग बिहार के मेहनतकश लोगों को प्रताड़ित करते हैं। मोदी ने इसे बिहारियों के अपमान से जोड़ा था और RJD पर सवाल उठाया कि वे चुप क्यों रहते हैं?