सुवेंदु अधिकारी के बाद TMC से सांसद उनके पिता भी हो सकते हैं भाजपा में शामिल
क्या है खबर?
तृणमूल कांग्रेस (TMC) को पश्चिम बंगाल में जल्द ही एक और बड़ा झटका लग सकता है और सुवेंदु अधिकारी के बाद अब उनके पिता शिशिर अधिकारी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
कांठी से TMC के सांसद शिशिर यहां होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
अपने एक बयान में उन्होंने इस ओर इशारा किया है और कहा है कि उन्हें नहीं पता कि वह TMC में हैं या नहीं।
बयान
मेरे परिजनों और पूर्वजों को भला-बुरा कहा जा रहा- शिशिर
बुधवार को कोरोना वायरस वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवाने के लिए जाते वक्त 80 वर्षीय शिशिर अधिकारी ने मीडिया से कहा, "कौन कहता है कि मैं तृणमूल में हूं? तृणमूल ने ऐसा कहा है? जब से सुवेंदु ने पार्टी छोड़ी है, तब से वे मेरे परिजनों और पूर्वजों को भला-बुरा कह रहे हैं। एक सज्जन कोलकाता से आए और सुवेंदु को मीर जाफर और गद्दार कहने लगे। मुझे नहीं पता कि मैं तृणमूल में हूं या नहीं।"
निशाना
शिशिर ने ममता पर भी साधा निशाना
शिशिर ने अपने बयान में ममता बनर्जी को भी नहीं बख्शा और उन पर हमला करते हुए कहा, "जब से सुवेंदु ने पार्टी छोड़ी है, तब से ममता बनर्जी उसे उखाड़ने के लिए यहां आ रही हैं। वे यहां जो कर रही है, वह जिले और नंदीग्राम के लोगों के लिए शर्मनाक है।"
नंदीग्राम में ममता को लगी चोट पर सवाल उठाते हुए उन्होंने पूछा कि एक हल्के से धक्के से ही उनके पैर पर प्लास्टर चढ़ गया।
बयान
मौका मिला तो प्रधानमंत्री की रैली में जाऊंगा- शिशिर
प्रधानमंत्री मोदी की रैली में शामिल होने के सवाल पर शिशिर ने कहा कि अगर उन्हें मौका मिला तो वह जरूर प्रधानमंत्री की रैली में जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह वैक्सीन लगवा चुके हैं और उनका बेटा कहेगा तो वह उसके लिए प्रचार भी करेंगे।
प्रतिक्रिया
TMC ने कहा- यह तो होना ही था
इस बीच TMC ने यह कहकर पूरे मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया है कि ऐसा तो होना ही था।
पार्टी सांसद सौगत रॉय ने कहा, "शिशिर अधिकारी 80 साल के हैं। इस उम्र में उन्हें थोड़ा आत्मसम्मान रखना चाहिए था और दल-बदलू नहीं बनना चाहिए था। पार्टी के साथ उनकी दूरी तय थी और इससे TMC को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।"
बता दें कि शिशिर TMC की स्थापना के समय से ही पार्टी से जुड़े हुए हैं।
गढ़
अधिकारी परिवार का गढ़ माना जाता है पूर्व मिदनापुर और नंदीग्राम
गौरतलब है कि पूर्व मिदनापुर जिले और इसके नंदीग्राम इलाके को अधिकारी परिवार का गढ़ माना जाता है और आजादी के आंदोलन में योगदान के कारण यहां उनकी जड़े मजबूत हैं।
सुवेंदु और उनके सबसे छोटे भाई सौमेंदु पहले ही TMC छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं और अगर शिशिऱ भी ऐसा करते हैं तो पूरे परिवार के दल-बदल से इस इलाके में TMC को नुकसान हो सकता है।
बता दें कि नंदीग्राम से ममता और सुवेंद्र आमने-सामने होंगे।
चुनावी कार्यक्रम
बंगाल में 27 मार्च से शुरू होंगे विधानसभा चुनाव
राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण पश्चिम बंगाल की 294 सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। नतीजे 2 मई को आएंगे।
इन चुनाव में मुख्य टक्कर सत्तारूढ़ TMC और भाजपा के बीच मानी जा रही है। अभी तक बंगाल में छोटी पार्टी रही भाजपा इस बार TMC के किले में सेंध लगाने की तैयारी के साथ उतरी है और अमित शाह ने पार्टी को 200 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है।