कर्नाटक: सिद्धारमैया होंगे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री पद के लिए कैसे माने डीके शिवकुमार?
क्या है खबर?
4 दिन की बातचीत और विचार-विमर्श के बाद आखिरकार कांग्रेस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर फैसला ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धारमैया कर्नाटक के मुख्यमंत्री होंगे और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री की कमान सौंपी जाएगी।
कल रातभर इसके लिए बैठकें होती रहीं। शिवकुमार को मनाने में सोनिया गांधी की भूमिका भी बताई जा रही है।
आज शाम बेंगलुरू में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
बैठक
कांग्रेस नेतृत्व ने रातभर की बैठकें
मुख्यमंत्री पद को लेकर बुधवार को पहले केसी वेणुगोपाल के घर पर बैठक हुई। इसमें रणदीप सुरजेवाला और सिद्धारमैया शामिल हुए। इसके बाद दोनों ने शिवकुमार से भी मुलाकात की।
फिर शिवकुमार ने मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की, जिसके बाद अंतिम निर्णय पर मुहर लगी। कैबिनेट गठन को लेकर फैसले भी लगभग लिए जा चुके हैं।
हालांकि, न तो कांग्रेस और न ही शिवकुमार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान आया है।
प्रस्ताव
कांग्रेस नेतृत्व ने शिवकुमार के सामने रखे थे 2 प्रस्ताव
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी और खड़गे ने शिवकुमार को दो प्रस्ताव दिए थे। पहले प्रस्ताव में शिवकुमार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ उपमुख्यमंत्री का पद देना शामिल था। उन्हें अपनी पसंद के 6 मंत्रालय भी दिए जाने की पेशकश की गई थी।
दूसरे प्रस्ताव में शुरुआती 2 साल के लिए मुख्यमंत्री पद सिद्धारमैया को और बाद के 3 साल के लिए शिवकुमार को दिया जाना था। बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर दोनों राजी नहीं हुए।
सोनिया
शिवकुमार को सोनिया गांधी ने मनाया
बताया जा रहा है कि शिवकुमार मुख्यमंत्री को छोड़कर किसी भी दूसरे पद के लिए राजी नहीं थे। बुधवार देर शाम सोनिया गांधी से हुई बातचीत के बाद शिवकुमार उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करने को तैयार हुए।
शिमला में मौजूद सोनिया ने शिवकुमार से फोन पर बात कर उन्हें मनाया। खबर ये भी है कि अगर मामला नहीं सुलझता तो सोनिया 20 मई से पहले ही दिल्ली लौटकर दोनों नेताओं को मनाने की कोशिश करतीं।
बैठक
आज शाम विधायक दल की बैठक
बेंगलुरू में आज शाम 7 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के पर्यवेक्षकों और सभी विधायकों को आज शाम बेंगलुरू पहुंचने को कहा गया है।
20 मई को दोपहर 12 बजे शपथ ग्रहण समारोह भी बेंगलुरू में होगा। बताया जा रहा है कि कांग्रेस इसमें विपक्षी एकता के लिए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्ष के बड़े नेताओं को आमंत्रित कर सकती है।
नतीजे
क्या रहे थे कर्नाटक चुनाव के नतीजे?
कर्नाटक चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित हुए थे, जिसमें कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत हासिल की। यह राज्य में पिछले 34 वर्षों में किसी भी पार्टी द्वारा दर्ज की गई सबसे बड़ी जीत है।
भाजपा ने 66 सीटें जीती हैं, जबकि जनता दल सेक्युलर (JDS) 19 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई। अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों के खाते में 4 सीटें गईं।
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 10 मई को मतदान हुआ था।