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अजित पवार का दावा, बोले- शरद पवार ने ही भाजपा से बात करने को कहा था 
अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को लेकर बड़ा खुलासा किया है

अजित पवार का दावा, बोले- शरद पवार ने ही भाजपा से बात करने को कहा था 

लेखन आबिद खान
Apr 20, 2024
05:32 pm

क्या है खबर?

लोकसभा चुनाव के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि शरद ने ही उन्हें भाजपा से बात करने को कहा था। बता दें कि पिछले साल जुलाई, में अजित ने शरद के खिलाफ बगावत कर दी थी और भाजपा को समर्थन दे दिया था, जिसके बाद NCP टूट गई थी।

बयान

क्या बोले अजित?

आज तक से बात करते हुए अजित ने कहा, "प्रवर्तन निदेशालय (ED) का डर दिखाकर मुझे तोड़ा गया ये आरोप झूठ है। सभी NCP विधायक और विधान परिषद के सदस्य राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होना चाहते थे। पवार साहब ने मुझे, प्रफुल्ल पटेल और जयंत पाटिल को भाजपा से बात करने को कहा था। इस संबंध में मेरे पास पत्र भी है, जिसे मैं दिखाने के लिए तैयार हूं।"

सिंचाई मामला

सिंचाई मामले में मेरे खिलाफ जांच चल रही है- अजित

अजित ने विपक्ष के उन आरोपों को भी खारिज किया कि NDA में शामिल होने के बाद उनके खिलाफ सिंचाई घोटाले की जांच रोक दी गई। उन्होंने कहा, "सिंचाई मामले में जांच अभी भी जारी है। मैंने उनके साथ काम किया है, जो मुझ पर कथित घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं। जब मैं उनके साथ था तो उन्होंने आरोप नहीं लगाए। आज जब मैं उनके साथ नहीं हूं तो वे मुझ पर आरोप लगा रहे हैं।"

चुनाव

अजित बोले- ये मोदी और राहुल के बीच मुकाबला

अजित ने कहा, "लोकसभा चुनाव में पवार बनाम पवार की लड़ाई नहीं है, बल्कि नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी के बीच मुकाबला है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हम इसके लिए वोट मांग रहे हैं। मीडिया परिवार की लड़ाई को दिखा रहा है, लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता हूं।" बता दें कि अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार महाराष्ट्र की बारामती सीट पर उनकी चचेरी बहन और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।

मामला

अजित ने की थी शरद के खिलाफ बगावत

पिछले साल जुलाई, 2023 में अजित ने शरद के खिलाफ बगावत कर दी थी। वह कई विधायकों के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। जिसके बाद अजित और शरद में NCP पर अधिकार को लेकर लड़ाई शुरू हो गई थी। इसी साल फरवरी में विधानसभा स्पीकर ने अजित गुट को असली NCP करार दिया था।