25,000 करोड़ रुपये के घोटाले में आया शरद पवार का नाम, बोले- खुद ED से मिलूंगा
क्या है खबर?
25,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के एक दिन बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि वह शुक्रवार को खुद अपनी मर्जी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होंगे।
मामला महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक में अनियमितताओं से जुड़ा हुआ है और इसमें शरद पवार के अलावा उनके भतीजे अजीत पवार समेत 70 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा घोटाला?
दरअसल, पिछले महीने बॉम्बे हाई कोर्ट ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक में घोटाले के कथित आरोपों में अजीत पवार समेत 70 से अधिक लोगों पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया था।
कोर्ट ने ये आदेश सुरिंदर अरोड़ा की याचिका पर दिया था।
याचिका में आरोप लगाया गया था कि चीनी और कताई मिलों को लोन देने में बैंक ने RBI की गाइडलाइंस और अन्य नियमों का उल्लंघन किया था।
केस
ED ने आरोपियों में शामिल किया शरद पवार का नाम
जिस शिकायत के आधार पर EOW ने घोटाले में FIR दर्ज की थी, उसमें शरद पवार का नाम शामिल था, लेकिन उन्हें आरोपी नहीं बनाया गया था।
अब ED ने सोमवार को दर्ज अपने केस में उनका नाम भी आरोपियों में शामिल कर लिया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि वह बैंक के संगठन का हिस्सा भी नहीं थे, फिर भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
पवार बोले- शिवाजी का अनुयायी, दिल्ली के तख्त के आगे नहीं झुकुंगा
शरद पवार ने कहा कि वह शिवाजी के अनुयायी हैं और दिल्ली के तख्त के आगे नहीं झुकेंगे।
उन्होंने आगे कहा, "राज्य में हो रहे चुनावों की वजह से मैं अगले महीने कई जिलों का दौरा करूंगा। इस स्थिति में मैं नहीं चाहता कि ED को गलतफहमी हो कि मैं उपलब्ध नहीं हूं और जांच से भाग रहा हूं। मैं 27 सितंबर को दोपहर 2 बजे खुद अपनी मर्जी से ED के दफ्तर जाऊंगा और पूछताछ के लिए उपलब्ध रहूंगा।"
बयान
पवार ने जताया संविधान और न्यायपालिका पर भरोसा
इस दौरान शरद पवार ने कहा कि उन्हें देश के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार में पूरे राज्य के लोगों से उन्हें मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण ये मामला दर्ज किया गया है।
टाइमिंग पर सवाल
महाराष्ट्र में अगले महीने होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें कि महाराष्ट्र में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं।
राज्य में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को परिणाम घोषित किया जाएगा।
इस कारण पवार के खिलाफ मामला दर्ज करने के ED के फैसले की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं।
चुनाव के लिए पवार की NCP और कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ है और दोनों पार्टियां 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ेंगीं। बाकी सीटें अन्य सहयोगियों को दी जाएंगी।
भाजपा-शिवसेना
भाजपा और शिवसेना में सीटों के बंटवारे को लेकर फंसा पेंच
कांग्रेस-NCP के इस गठबंधन का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन से हो सकता है।
हालांकि, भाजपा और शिवसेना के बीच सीटों के बटंवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
जहां शिवसेना चाहती है कि दोनों पार्टियां 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ें और बाकी सीटें सहयोगियों को दी जाएं, वहीं भाजपा उसे 120 से ज्यादा सीट देने को तैयार नहीं है।
ऐसे में दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ने के लिए भी पूरी तरह तैयार हैं।