
केंद्रीय मंत्री बनने का प्रस्ताव मिलने की अटकलों पर शरद पवार बोले- ये सब अफवाह
क्या है खबर?
अजित पवार और शरद पवार के बीच मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में अलग-अलग अटकलें चल रही हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि अजित ने शरद को भाजपा में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री बनने का प्रस्ताव दिया था।
अब इन अटकलों पर शरद का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान अजित की तरफ से इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं मिला।
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, शनिवार को पुणे में एक कारोबारी के घर पर अजित और शरद के बीच मुलाकात हुई थी। इसमें जयंत पाटिल भी शामिल हुए थे।
इसके बाद अटकलें लगने लगी कि बैठक में अजित ने शरद को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ आने का न्योता दिया है।
पृथ्वीराज चव्हाण का कहना है कि भाजपा के साथ गठबंधन करने के लिए शरद को केंद्रीय कृषि मंत्री या नीति आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव दिया गया।
बयान
आरोपों पर क्या बोले शरद?
शरद ने कहा, "कांग्रेस के नेता अगर कोई बयान दे रहे हैं तो मुझे इसकी जानकारी नहीं, लेकिन अजित से किसी प्रस्ताव पर बात नहीं हुई। अजित ने बैठक के दौरान कोई ऐसी बात नहीं कहीं। अजित मुझसे मिलने आए थे। मैं इससे इनकार नहीं करता, लेकिन यह कोई राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक मुलाकात थी। परिवार के कई और सदस्य भी मौजूद थे। अजित और मेरी मुलाकात में ऐसे किसी प्रस्ताव पर कोई बातचीत ही नहीं हुई।"
प्लान बी
कांग्रेस और शिवसेना के कथित 'प्लान बी' पर भी बोले शरद
चर्चाएं हैं कि कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव-बालासाहेब ठाकरे) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को अलग कर गठबंधन में चुनाव लड़ने का विचार कर रहे हैं।
इस पर शरद ने कहा, "कांग्रेस और शिवसेना उद्धव गुट द्वारा NCP को अलग करके चुनाव लड़ने की जो चर्चा चल रही है, ऐसा कुछ भी नहीं है। कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के 'प्लान बी' की महज चर्चा है, इसमें हकीकत कुछ नहीं।"
भाजपा
शरद ने भाजपा और चुनाव आयोग पर साधा निशाना
शरद ने कहा, "देश की सत्ता भाजपा और उसके सहयोगियों के हाथों में है। उनकी भूमिका एकता बनाए रखने की होनी चाहिए, लेकिन वे लोगों को बांट रहे हैं। ऐसे कई उदाहरण हैं कि कैसे भाजपा ने राज्य सरकारों को गिराया, जैसे गोवा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में।"
उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग ने जो उद्धव ठाकरे के साथ किया, वो हमारे साथ भी कर सकता है क्योंकि वह स्वयं निर्णय नहीं ले रहा, बल्कि दबाव में निर्णय ले रहा है।"
मणिपुर
शरद बोले- मैं सबसे वरिष्ठ, मुझे कौन ऑफर देगा?
शरद ने कहा, "मंत्री पद का ऑफर दिए जाने की बात सिर्फ अफवाह है। इसमें कोई वास्तविकता नहीं है। मैं पार्टी का सबसे वरिष्ठ व्यक्ति हूं, मुझे कौन प्रस्ताव देगा?''
मणिपुर के मुद्दे पर उन्होंने कहा, "यह बेहद संवेदनशील राज्य है। वहां अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। प्रधानमंत्री को अपने भाषण में मणिपुर पर और अधिक बोलना चाहिए था। ऐसा लगता है कि मोदी ने शायद देवेंद्र फडणवीस का मार्गदर्शन लिया होगा।"