Page Loader
संजय राउत का नेताओं को संदेश, कहा- संवाद के बिना सफल नहीं हो सकता गठबंधन
संजय राउत ने INDIA गठबंधन के नेताओं को दिया अहम संदेश

संजय राउत का नेताओं को संदेश, कहा- संवाद के बिना सफल नहीं हो सकता गठबंधन

Jan 13, 2025
04:11 pm

क्या है खबर?

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के निकाय चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा करने के कुछ दिन बाद पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने INDIA गठबंधन नेताओं को बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अगर उसके सहयोगियों के बीच संवाद बंद हो जाए तो कोई भी गठबंधन सफल नहीं हो सकता है और संवाद बनाए रखने के लिए जिम्मेदार नेताओं की नियुक्ति की जरूरत है। आइए जानते हैं राउत ने क्या-क्या कहा।

बयान

राउत ने क्या दिया बयान?

राउत ने INDIA गठबंधन के बारे में कहा, "हम सभी की सामूहिक इच्छा है कि हम इस देश के राजनीतिक परिदृश्य में अच्छी तरह से आगे बढ़ें। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में हमारे कुछ गठबंधन सहयोगियों ने यह रुख अपनाया है कि संवाद टूट गया है। अगर संवाद टूट गया तो कोई भी गठबंधन सफल नहीं हो सकता।" उन्होंने दावा किया कि 2019 में शिवसेना-भाजपा गठबंधन टूट गया था क्योंकि दोनों के बीच संवाद पूरी तरह बंद हो गया था।

नियुक्ति

संवाद के लिए जिम्मेदार नेताओं की नियुक्ति जरूरी- राउत

राउत ने कहा, "गठबंधन के सहयोगियों के बीच संवाद बनाए रखने के लिए जिम्मेदार नेताओं की नियुक्ति की जरूरत है और विपक्षी दल भारत के सबसे बड़े घटक दल कांग्रेस को यह भूमिका निभानी चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "गठबंधन सहयोगियों के खिलाफ चुनाव लड़ने में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन ऐसे मामलों में किसी भी पार्टी को अपने पूर्व या संभावित भावी सहयोगियों को देशद्रोही करार देने से बचना चाहिए।"

कारण

राउत ने गठबंधन के टूटने का क्या बताया कारण?

राउत ने कहा, "उचित संचार और संवाद की कमी ने गठबंधन के टूटने में सीधे तौर पर योगदान दिया है। INDIA गठबंधन में करीब 30 पार्टियां शामिल हैं, लेकिन इन सभी को एक सूत्र में पिरोए रखने के लिए प्रयास करने होंगे।" उन्होंने आगे कहा, "उद्धव ठाकरे ने गठबंधन की बैठकों में बार-बार संवाद बनाए रखने पर जोर दिया है और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी इस मुद्दे को उठाया है।"

बचाव

राउत ने अकेले चुनाव लड़ने का किया बचाव

राउत ने अपनी पार्टी के अकेले निकाय चुनाव लड़ने के फैसले का बचाव करते हुए कहा, "दिल्ली जैसे राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। इसी तरह महाराष्ट्र के नगर निगम चुनावों में हम अकेले चुनाव लड़ सकते हैं। यह एक अलग दृष्टिकोण है।" उन्होंने कहा, "निकाय चुनाव अकेले लड़ने से उनकी पार्टी के स्थानीय कार्यकताओं को पूरा मौका मिल पाएगा और वह समर्पित होकर पार्टी के लिए कार्य करेंगे।"

ऐलान

शिवसेना ने क्यों किया अकेले निकाय चुनाव लड़ने का ऐलान?

राउत ने अकेले निकाय चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए कहा था, "INDIA और महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए है। गठबंधन में व्यक्तिगत पार्टी के कार्यकर्ताओं को अवसर नहीं मिलते हैं और यह संगठनात्मक विकास में बाधा डालता है। हम अपनी ताकत के दम पर मुंबई, ठाणे, नागपुर और अन्य नगर निगमों, जिला परिषदों और पंचायतों के चुनाव लड़ेंगे। पार्टी प्रमुख उद्धव ने कार्यकर्ताओं को मौके देने के लिए ये संकेत दिए थे।"