समाजवादी पार्टी ने भी दिया INDIA गठबंधन को झटका, कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन से बनाई दूरी
संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। मंगलवार को भी संसद के बाहर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, लेकिन इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) में दरार खुलकर सामने आ गई। सुबह जब कांग्रेस पार्टी के साथ अन्य विपक्षी पार्टियां संसद के बाहर अडाणी सहित अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रही थी तब INDIA गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी (SP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इससे दूरी बना ली। आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
TMC और SP ने अन्य मुद्दों को दी प्राथमिकता
इससे पहले, TMC ने INDIA गंठबंधन नेताओं की बैठक में यह कहते हुए भाग नहीं लिया था कि उसकी प्राथमिकताएं कांग्रेस से अलग हैं। पार्टी का ध्यान अडानी मुद्दे की तुलना में महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अधिक है। मंगलवार के विरोध प्रदर्शन में SP की अनुपस्थिति विपक्षी एकता के लिए एक और झटका थी। SP ने यह कदम संभल में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर लोकसभा से वॉकआउट किए जाने के बाद उठाया।
संभल हिंसा पर बोलने से रोकने पर अखिलेश ने छोड़ा सदन
सदन में प्रश्नकाल शुरु होते ही SP प्रमुख अखिलेश यादव ने अध्यक्ष ओम बिरला से संभल हिंसा पर बोलने की अनुमति मांगी। यादव को यह कहते हुए सुना गया, यह बहुत गंभीर मामला है। 5 लोगों की जान चली गई है। उन्होंने इस हिंसा को भाजपा की साजिश करार दिया। इस पर अध्यक्ष ने उन्हें रोकते हुए मामले को शून्यकाल में उठाने की बात कही। इसके विरोध में अखिलेश और उनकी पार्टी के नेता सदन से बाहर चले गए।
SP सदस्यों ने नारेबाजी कर जताया विराेध
अखिलेश के सदन से बाहर होने के बाद कुछ SP सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच पहुंच गए। DMK सांसद ए राजा को कांग्रेस सहित अन्य दलों के सदस्यों से SP के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह करते देखा गया। इसके बाद NCP और शिवसेना (UBT) के सदस्य खड़े हो गए। इसके बाद राहुल गांधी सहित अन्य कांग्रेस सदस्य भी विरोध में उतर आए। उसके बाद सदस्यों ने कुछ समय के लिए सदन का वॉकआउट कर दिया।
राम गोपाल यादव ने लगाए गंभीर आरोप
राज्यसभा में SP सांसद राम गोपाल यादव ने संभल हिंसा को लेकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर को पूरे संभल में पुलिस तैनात कर दी गई। कुछ देर बाद कलक्टर, पुलिस अधीक्षक और वकील पुलिस के साथ ढोल बजाते हुए मस्जिद में घुस गए। इस दौरान लोगों को तोड़फोड़ किए जाने का शक हुआ और हिंसा फैल गई। इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए। इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है।
भाजपा ने की कांग्रेस की विरोध रणनीति की आलोचना
भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कांग्रेस की विरोध रणनीति की आलोचना करते हुए कहा, "कांग्रेस जहां भी लोगों के पास जाती है, वहां जनता उन्हें नकार देती है।" कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि सदन को प्रभावी ढंग से चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सरकार उसमें सहयोग नहीं कर रही है। TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता बंगाल की चिंताएं हैं न कि एक ही मुद्दे को लेकर पूरे संसद को बाधित करना।