राजस्थान: सचिन पायलट को दी जा सकती है केंद्रीय भूमिका, जल्द होगा कैबिनेट विस्तार- रिपोर्ट
पंजाब के बाद अब कांग्रेस की नजरें राजस्थान में पार्टी की आंतरिक कलह को शांत करने पर हैं और इसके लिए सुलह का फॉर्मूला तैयार किया जा रहा है। कांग्रेस के उच्च सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि इस फॉर्मूले के तहत सचिन पायलट को कांग्रेस में केंद्रीय भूमिका दी जा सकती है और उन्हें दिल्ली भी भेजा जा सकता है। इसके अलावा उनके खेमे के कई विधायकों को राज्य सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है।
वेणुगोपाल और माकन तैयार कर रहे हैं सुलह का फॉर्मूला
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को दिल्ली से जयपुर आए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान प्रभारी अजय माकन गहलोत और पायलट खेमों के बीच सुलह का फॉर्मूला तैयार कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार रात को अशोक गहलोत से मुलाकात की और इसके बाद कल पार्टी विधायकों और नेताओं से जयपुर में मुलाकात की। इस बैठक में पायलट भी शामिल रहे। बैठक के बाद माकन ने कहा कि पार्टी नेताओं के बीच कोई झगड़ा नहीं है।
अगस्त के पहले या दूसरे हफ्ते में हो सकता है कैबिनेट का विस्तार
कैबिनेट विस्तार पर माकन ने कहा कि इसका अंतिम फैसला हाईकमान पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने विस्तार की तारीख नहीं बताई, लेकिन वे 28 जुलाई को फिर से जयपुर वापस आएंगे। अटकलें हैं कि अगस्त के पहले औ दूसरे हफ्ते में गहलोत सरकार की कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, महामारी को संभालने में राजस्थान सरकार की नाकामी पर लोगों की नाराजगी के कारण स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा का मंत्रालय छीना जा सकता है।
राजस्थान में आमने-सामने हैं अशोक गहलोत और सचिन पायलट
2018 राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सचिन पायलट ने पिछले साल जुलाई में अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी। वह अपने समर्थन विधायकों के साथ जयपुर छोड़कर दिल्ली के पास एक होटल में आ गए थे और पार्टी नेतृत्व से गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की थी। हफ्तों चले इस ड्रामे के अंत में वह गांधी परिवार से बातचीत के बाद पार्टी में वापस आ गए थे।
जल्द से जल्द विवाद का समाधान करना चाहती है कांग्रेस
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस हाईकमान को लगता है कि राजस्थान की ये कलह पार्टी की छवि और उम्मीदों को नुकसान पहुंचा रही है और इसलिए जल्द से जल्द इसका समाधान करने की जरूरत है। पार्टी नेतृत्व ने पायलट से इसका वादा भी किया था।
पंजाब में हाल ही में हुई है सिद्धू और अमरिंदर में सुलह
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व ने पंजाब में पार्टी का आंतरिक झगड़ा सुलझाया है। यहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच टकराव चल रहा था और दोनों एक-दूसरे पर सार्वजनिक हमले कर रहे थे। महीनों की खींचतान के बाद सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रमुख बनाकर इस विवाद को सुलझाया गया था और शुक्रवार को सिद्धू के प्रमोशन के कार्यक्रम में शामिल होकर अमरिंदर ने सुलह के संकेत भी दिए थे।