
उत्तर प्रदेश भाजपा में सब ठीक नहीं? केशव मौर्य-नड्डा की मुलाकात, उपचुनाव से पहले बढ़ी हलचल
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। अब उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होना है।
उससे पहले अटकलें हैं कि भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं है। कुछ दिन पहले भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संगठन को सरकार से बड़ा बताया था। अब उन्होंने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की है।
आइए जानते हैं कि क्या उत्तर प्रदेश में कुछ बड़ी हलचल होने वाली है।
बैठक
योगी आदित्यनाथ ने की बड़ी बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बड़ी बैठक की है। कहा जा रहा है कि इसमें 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा की गई है।
सरकार ने हर सीट के लिए 3-3 मंत्रियों और संगठन के एक पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी है। बैठक में ये सभी प्रभारी मंत्री और पदाधिकारी शामिल हुए।
इससे पहले प्रदेश मुख्यालय में विधानसभा सीटों के प्रभारियों के साथ प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने बैठक की थी।
बयान
बैठक से पहले मौर्य का बड़ा बयान
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने योगी की बैठक से पहले अपने सोशल मीडिया पर बड़ी पोस्ट साझा की है, जिसमें उन्होंने लिखा, 'संगठन सरकार से बड़ा है, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है। संगठन से बड़ा कोई नहीं, कार्यकर्ता ही गौरव है।'
सियासी हलकों में इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस पोस्ट को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
मुलाकात
जेपी नड्डा से क्यों मिले मौर्य?
16 जुलाई को मौर्य दिल्ली आए। यहां उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद वे भूपेंद्र चौधरी से भी मिले।
हालांकि, मुलाकात में किस मसले पर बातचीत हुई यह कुछ पता नहीं चल पाया है। बैठक के बाद भाजपा मुख्यालय से बाहर निकलते वक्त मौर्य ने मीडिया से बात करने से परहेज किया।
इससे योगी और मौर्य के बीच सबकुछ ठीक नहीं होने की अटकलों को और हवा मिल गई है।
बदलाव
मंत्रिमंडल और संगठन में बदलाव की खबरें
खबरें हैं कि योगी के मंत्रिमंडल के साथ उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन में भी बदलाव हो सकते हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री चेहरे में कोई बदलाव नहीं होगा।
माना जा रहा है कि उपचुनाव के बाद ये फेरबदल हो सकता है।
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, निजी बातचीत में लोकसभा चुनाव हारने वाले उत्तर प्रदेश भाजपा के कई नेता योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की आलोचना कर रहे हैं और इसे चुनाव में हार का एक कारण बता रहे हैं।
योगी और मौर्य
योगी और मौर्य में सबकुछ ठीक नहीं?
चर्चाएं हैं कि मौर्य और योगी आदित्यनाथ के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।
भाजपा कार्यकारिणी बैठक में भी मौर्य ने संगठन और सरकार को लेकर बयान दिया था। जून में योगी आदित्यनाथ द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में भी मौर्य नहीं पहुंचे थे। इसके बाद एक कार्यक्रम से भी मौर्य ने दूरी बना ली थी।
अब मौर्य के बार-बार संगठन को लेकर दिए बयानों को योगी सरकार पर निशाने के तौर पर देखा जा रहा है।