रवि किशन बोले- जनसंख्या के लिए कांग्रेस जिम्मेदार, पहले कानून बनता तो नहीं होते चार बच्चे
देश में जनसंख्या नियंत्रण बिल को लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो गई है। भाजपा सांसद और अभिनेता रवि किशन ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर कांग्रेस ने पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया होता तो उनके चार बच्चे नहीं होते। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। दरअसल, रवि किशन से सवाल पूछा गया था कि चार बच्चों का पिता होने के बावजूद वह क्यों इस बिल को पेश कर रहे हैं।
रवि किशन ने और क्या कहा?
आज तक के एक कार्यक्रम के दौरान रवि किशन ने कहा कि उनके चार बच्चे हैं और एक पिता के तौर पर उन्हें उनकी परवरिश के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने कहा, "मुझे फिल्म इंडस्ट्री के शुरुआती 15 वर्षों में काम और पैसे के बीच चुनाव करना पड़ा था... मैं संघर्ष कर रहा था, शूटिंग कर रहा था। उसी दौरान तीसरा और चौथा बच्चा हो गया। आज जब मैच्योरिटी आई है और उन्हें देखता हूं तो दुख होता है।"
रवि किशन ने कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार
रवि किशन ने कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के समय में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कोई जागरूकता नहीं पैदा की गई थी और इसलिए अब भाजपा सरकार को जनसंख्या नियंत्रण बिल लेकर आना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि पिछली सरकारें विचारशील होतीं तो वर्तमान पीढ़ियों को संघर्ष नहीं करना पड़ता। रवि किशन ने आगे कहा कि इस तरह के कानूनों का नतीजा 20 से 25 वर्षों के बाद पता चलता है।
रवि किशन ने पेश किया प्राइवेट मेंबर्स बिल
रवि किशन ने लोकसभा में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर प्राइवेट मेंबर्स बिल को पेश किया। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की जनसंख्या अगर नियंत्रित है तो उस देश का विकास बहुत तेजी से होता है क्योंकि सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। उन्होंने आगे कहा कि बिल के कानून बनने से आने वाली पीढ़ी को कई फायदे होंगे और बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ ही अच्छी परवरिश हर वर्ग के लोगों के संभव होगी।
आबादी के मामले में दूसरे स्थान पर है भारत
गौरतलब है कि भारत चीन के बाद करीब 140 करोड़ की आबादी के साथ दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है। भारत में जनसंख्या वृद्धि की रफ्तार को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले कुछ सालों में यह चीन को पछाड़ देगा। बता दें कि पिछले काफी समय से देश में जनसंख्या पर नियंत्रण लगाने के लिए कानून की मांग हो रही है और इसे लेकर कई स्तरों पर प्रयास भी किए जा रहे हैं।