
राज्यसभा में सदन की कार्यवाही के बीच पहुंचे CISF कर्मी, विपक्ष ने भारी विरोध जताया
क्या है खबर?
राज्यसभा में शुक्रवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान विपक्ष ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के कर्मियों को सदन में बुलाने का आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस संबंध में उपसभापति हरिवंश को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। उन्होंने पत्र में लिखा कि सदस्य अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर विरोध कर रहे थे, तभी सुरक्षा कर्मियों को सदन के वेल में दौड़ाया गया।
नाराजगी
खड़गे ने कहा कि कल भी ऐसा हुआ था
खड़गे ने पत्र में लिखा, "मैं सभी विपक्षी दलों की ओर से यह पत्र लिख रहा हूं। हम आश्चर्यचकित और स्तब्ध हैं कि किस तरह CISF कर्मियों को सदन के वेल में दौड़ाया गया, जबकि सदस्य अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर रहे थे। हमने कल और आज ये देखा। क्या हमारी संसद इस स्तर तक गिर गई है? यह बेहद आपत्तिजनक है और इसकी कड़ी निंदा करते हैं। उम्मीद है कि आगे CISF के जवान सदन में नहीं आएंगे।"
ट्विटर पोस्ट
वीडियो में CISF कर्मियों के आने का दावा
विपक्ष का कहना है कि 👇🏼
— Govind Pratap Singh | GPS (@govindprataps12) August 1, 2025
राज्यसभा में सांसदो के विरोध दर्ज कराने के दौरान वेल में CISF जवान बुलाए गए।
आरोप है- इन जवानों को बुलाया जाना सदन की परंपरा के खिलाफ है।
इस वीडियो में जो दिख रहे हैं- क्या वही जवान हैं? pic.twitter.com/4s5OJ1HHa2
जवाब
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने क्या कहा?
संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि उन्हें राज्यसभा सचिवालय से पता चला है कि कुछ सांसद आक्रामक हो गए, जिसके चलते कुछ व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा, "सांसदों की मांग थी कि सुरक्षा बढ़ाई जाए, इसलिए CISF तैनात की गई। सदन के अंदर, कई बार सदस्य सत्ता पक्ष की मेज पर और वेल के पास शारीरिक रूप से खड़े हो गए। उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिए सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
ट्विटर पोस्ट
किरेन रिजिजू का बयान
#WATCH | Delhi: Union Minister of Parliamentary Affairs, Kiren Rijiju says, "... It was parliament members' demand to increase security, therefore CISF was deployed... Inside the house, members have sometimes physically taken a stand atop the treasury table and near the Well.… pic.twitter.com/qZdR1agc5M
— ANI (@ANI) August 1, 2025