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पुतिन के रात्रिभोज में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को न्यौता नहीं, शशि थरूर आमंत्रित
व्लादिमीर पुतिन के रात्रिभोज में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की जगह शशि थरूर को बुलाया गया

पुतिन के रात्रिभोज में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को न्यौता नहीं, शशि थरूर आमंत्रित

लेखन गजेंद्र
Dec 05, 2025
06:15 pm

क्या है खबर?

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए शुक्रवार शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रात्रिभोज की दावत दी है, जिसमें नेता प्रतिपक्षों को नहीं बुलाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को राष्ट्रपति आवास पर आमंत्रित नहीं किया गया है। दिलचस्प बात ये है कि दोनों के अलावा कांग्रेस पार्टी के नेता और केरल के तिरूवनन्तपुरम से सांसद शशि थरूर को रात्रिभोज की दावत दी गई है।

दावत

संयुक्त सैन्य बैंड की होगी प्रस्तुति

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रात्रिभोज में राजनीति, व्यापार, संस्कृति समेत कई क्षेत्रों की हस्तियों समेत 150 अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान एक संयुक्त सैन्य बैंड भारत और रूस दोनों के लोकप्रिय गीतों की प्रस्तुति देगा। भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के संगीतकारों से युक्त त्रि-सेवा बैंड द्वारा 'सारे जहां से अच्छा' और 'कदम कदम बढ़ाए जा' जैसे देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति की उम्मीद है। राजकीय रात्रिभोज में कश्मीरी वाजवान और रूसी बोर्स्च जैसे व्यंजन शामिल होंगे।

मुलाकात

पुतिन से मुलाकात न होने पर राहुल ने जताई थी नाराजगी

रात्रिभोज में निमंत्रण का खुलासा, ऐसे समय पर हुआ है, जब एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने राष्ट्रपति पुतिन की विपक्षी नेताओं की मुलाकात न कराने पर केंद्र सरकार को घेरा था। राहुल ने मीडिया से कहा था कि केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय देश की लोकतांत्रिक परंपरा को तोड़ रहा है। वे भारत आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों को विपक्षी नेताओं से मिलने से मना करते हैं। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था।

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कारण

थरूर को क्यों बुलाया गया?

थरूर ने रात्रिभोज के आमंत्रण को लेकर कहा कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष को न बुलाए जाने की जानकारी नहीं है और न ये पता कि किस आधार पर आमंत्रण दिया गया है। थरूर अभी विदेश मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष हैं। वे संयुक्त राष्ट्र के पूर्व अवर महासचिव रह चुके हैं और मनमोहन सिंह सरकार में विदेश राज्य मंत्री का पद संभाला था। थरूर पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर चुके हैं।

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