पेगासस कांड पर सरकार को घेरने के लिए राहुल ने की विपक्षी नेताओं के साथ बैठक
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज दिल्ली में पेगासस जासूसी कांड को लेकर अन्य विपक्षी नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में मुद्दे पर सरकार को घेरने के तरीकों पर चर्चा की गई। इस बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), शिवसेना, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), आम आदमी पार्टी (AAP), समाजवादी पार्टी और द्रविड़ मुनेत्रा कजागम (DMK) के अलावा कई छोटी पार्टियों के नेता भी शामिल हुए।
संसद न चलने देने के लिए कल प्रधानमंत्री ने बोला था कांग्रेस पर हमला
राहुल गांधी ने ये बैठक ऐसे समय पर की है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सांसदों को कांग्रेस को घेरने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी संसद को चलने नहीं दे रही है और गतिरोध को हल करन के प्रयासों में जानबूझकर रुकावट पैदा कर रही है। उन्होंने भाजपा सांसदों से कांग्रेस और अन्य कुछ विपक्षी पार्टियों को मीडिया और जनता के सामने बेनकाब करने को कहा था।
मानसून सत्र में नहीं हुआ कोई भी काम
बता दें कि 19 जुलाई को संसद का मानसूस सत्र शुरू होने के बाद से ही विपक्ष रोजाना कई मुद्दों को लेकर संसद में हंगामा कर रहा है और इस कारण दोनों सदनों में कोई भी काम नहीं हो पाया है। पहले ही दिन विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा में उनकी भाषण पूरा करने नहीं दिया था और वे अपने नए मंत्रियों का परिचय भी नहीं दे पाए थे।
पेगासस जासूसी कांड को लेकर सबसे ज्यादा हंगामा कर रहा विपक्ष
विपक्ष सबसे ज्यादा हंगामा पेगासस जासूसी कांड को लेकर कर रहा है। विपक्ष चाहता है कि इस मुद्दे पर सदन में बहस हो और मामले में न्यायिक जांच की जाए। राहुल गांधी ने तो मामले में गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा भी मांगा है। सरकार ने अभी तक मामले पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है और वह इसे भारत को बदनाम करने की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश बताती रही है।
TMC सांसद ने फाड़ दिया था IT मंत्री का भाषण
सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मामले में लोकसभा और राज्यसभा में जवाब भी दिया था। हालांकि राज्यसभा में वो अपना भाषण पूरा नहीं कर पाए थे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद शांतनु सेन ने उनका भाषण छीनकर फाड़ दिया था।
क्या है पेगासस जासूसी कांड?
इसी महीने सामने आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इजरायली कंपनी NSO ग्रुप के स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर कई देशों के पत्रकारों, नेताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और चर्चित हस्तियों की फोन के जरिये जासूसी की गई या इसकी कोशिश की गई। इन लोगों में राहुल गांधी और प्रशांत किशोर समेत विपक्ष के कई नेता, मोदी सरकार के दो मंत्री, कई संवैधानिक अधिकारी और पत्रकार, अनिल अंबानी और CBI के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा समेत कई नाम शामिल थे।