दिग्विजय के बयान से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला, राहुल गांधी बोले- यह पार्टी का विचार नहीं
क्या है खबर?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का सर्जिकल स्ट्राइक पर दिया बयान विवादों में घिर गया है। ऐसे में कांग्रेस उनके इस बयान से अपना पल्ला झाड़ती नजर आ रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो इससे सहमत नहीं हैं और उन्होंने जो भी कहा, वह कांग्रेस का विचार नहीं है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी सिंह के इस बयान पर सफाई दे चुके हैं।
घटनाक्रम
दिग्विजय सिंह के किस बयान पर मचा हुआ है बवाल?
जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल खड़े किये थे।
उन्होंने कहा था, "केंद्र सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक का दावा किया, लेकिन सबूत नहीं दिखाया कि कितने मरे। ये केवल झूठ बोलते हैं और पाकिस्तान के खिलाफ 2019 के सर्जिकल स्ट्राइक का कोई सबूत नहीं है।"
इससे पहले सिंह ने सरकार को अनुच्छेद 370 पर घेरते हुए कहा था कि यह निरस्त होने के बाद भी घाटी में आतंकवाद जीवित है।
ट्विटर पोस्ट
जयराम रमेश ने बयान से कांग्रेस को अलग किया
आज वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किए गए विचार कांग्रेस पार्टी के नहीं, उनके व्यक्तिगत विचार हैं। 2014 से पहले यूपीए सरकार ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की थी। राष्ट्रहित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का कांग्रेस ने समर्थन किया है और आगे भी समर्थन करेगी।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 23, 2023
बचाव
मीडिया अब प्रधानमंत्री से पूछे सवाल- जयराम रमेश
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सिंह के दिये बयान पर कांग्रेस पहले भी सफाई दे चुकी है। जयराम रमेश ने कहा कि जो कुछ कहा जाना था, वह पहले ही कहा जा चुका है और अब प्रधानमंत्री से सवाल पूछे जाने चाहिए।
जयराम ने जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मीडिया से कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हंगामे से जुड़े सभी प्रश्नों का उत्तर उनकी पार्टी ने दिया है और अब इसकी आवश्यकता है कि प्रधानमंत्री से सवाल पूछे जाएं।
पलटवार
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने बयान को लेकर किया पलटवार
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने बयान पर कहा, "सेना की शहादत का सबूत नहीं मांगते, सेना की शहादत और शौर्य का सम्मान करते हैं, सैल्यूट करते हैं। यह 'सबूत गैंग' नहीं समझ पाया है और पीड़ा की बात है कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता भी यह सवाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और वह राहुल गांधी से पूछता चाहते हैं कि वह भारतीय सेना का सम्मान करते हैं या नहीं।
विवाद
क्या है सर्जिकल स्ट्राइक से संबंधित पूरा विवाद?
14 फरवरी, 2019 को पुलवामा हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारत ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी।
इस स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, इसका आधिकारिक आंकड़ा तो कभी सामने नहीं आया, लेकिन भाजपा नेता अक्सर 50 से लेकर 300 आतंकियों के मरने का दावा करते रहे हैं।
इसके जवाब में विपक्षी नेता कई बार इतने आतंकियों के मारे जाने का सबूत मांग चुके हैं।