उत्तराखंड: अपनी सीट से हारने के बावजूद दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे पुष्कर सिंह धामी
क्या है खबर?
पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। मुख्यमंत्री के नाम पर संशय मिटाते हुए आज भाजपा ने इसका ऐलान किया।
अपनी सीट से विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद भाजपा ने धामी को मुख्यमंत्री बनाए रखने का फैसला लिया है और इसे चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के इनाम के तौर पर देखा जा सकता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने धामी के नाम का ऐलान किया और उनके नेतृत्व में उत्तराखंड के विकास करने की उम्मीद जताई।
मुख्यमंत्री की रेस
मुख्यमंत्री की रेस में धामी ने इन दिग्गजों को दी मात
धामी ने मुख्यमंत्री बनने की रेस में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज जैसे नामों को मात दी।
NDTV के सूत्रों के अनुसार, धामी के हक में सबसे बड़ी बात ये थी कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन हासिल था। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भी उनकी तरफ था।
कल प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक में उनके नाम पर अंतिम मुहर लगी।
जानकारी
राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे धामी
प्रधानमंत्री के धामी के नाम पर मुहर लगाने के बाद आज देहरादून में केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में भाजपा के विधायक दल ने उन्हें अपना नेता चुना। धामी अब राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं और उनसे मिलकर राज्य में सरकार बनाने का दावा करेंगे।
हार
भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बावजूद अपनी सीट बचाने में नाकामयाब रहे धामी
गौरतलब है कि भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बावजूद धामी अपनी सीट बचाने में असफल रहे और खटीमा सीट से उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
उधम सिंह नगर जिले के अंतर्गत आने वाली इस सीट पर वह पिछली दो बार से जीतते हुए आ रहे थे, लेकिन इस बार हैट्रिक बनाने से चूक गए। इस हार के साथ ही उनके मुख्यमंत्री बने रहने पर सवाल खड़े हो गए थे।
परिचय
कैसा रहा धामी का सफर?
पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर, 1975 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के टुंडी गांव में हुआ था। उनके पिता सेना में रहे थे। उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंधित विषय में मास्टर्स की है। इसके बाद उन्होंने वकालत की पढ़ाई की।
उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की और 1990 से 1999 तक ABVP में विभिन्न जिम्मेदारियां संभालीं। वह दो बार बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।
राजनीतिक सफर
पहली बार 2012 में विधानसभा चुनाव लड़े धामी, पिछले साल मुख्यमंत्री बने
धामी को 2012 विधानसभा चुनाव में पहली बार भाजपा का टिकट मिला और खटीमा सीट से जीत दर्ज कर उन्होंने पार्टी के भरोसे को सही साबित किया। 2017 चुनाव में उन्होंने एक बार फिर से इस सीट से जीत दर्ज की।
जनता की नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा के दो मुख्यमंत्रियों को हटाने के बाद वह पिछले साल पहली बार मुख्यमंत्री बने। उन्हें मुख्यमंत्री बना पार्टी ने जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश भी की थी।
चुनावी नतीजे
क्या रहे उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे?
10 मार्च को आए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में पूर्ण बहुमत हासिल कर भाजपा ने इतिहास रच दिया। राज्य के इतिहास में ये पहली बार है जब कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है।
भाजपा ने राज्य की 70 सीटों में से 47 पर जीत दर्ज की जो बहुमत के आंकड़े 36 से 11 अधिक है। सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही कांग्रेस मात्र 19 सीटें जीत पाई।