लखीमपुर खीरी: 30 घंटे हिरासत में रखे जाने के बाद गिरफ्तार की गईं प्रियंका गांधी
क्या है खबर?
लगभग 30 घंटे हिरासत में रखे जाने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने आखिरकार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया है।
उन्हें कल सुबह तड़के हरगांव में उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वो केंद्रीय राज्य मंत्री के दौरे के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने लखनऊ से लखीमपुर खीरी जा रही थीं।
उन्हें सीतापुर के सरकारी गेस्ट हाउस में रखा जा रहा है।
जानकारी
मजिस्ट्रेट को भेजी गई रिपोर्ट
प्रियंका के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 151, 107 और 116 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उनकी गिरफ्तारी 4 अक्टूबर सुबह 4:30 बजे दिखाई गई है। हरगांव के थानाध्यक्ष ने रिपोर्ट मजिस्ट्रेट को भेज दी है।
हिरासत
लखीमपुर जाते वक्त हिरासत में ली गई थीं प्रियंका
बता दें कि प्रियंका लखीमपुर में हिंसा की जानकारी मिलने पर रविवार रात को ही लखनऊ स्थित अपने घर पर पहुंच गई थीं और फिर घर में नजरबंदी के आदेश का उल्लंघन करते हुए यहां से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गई थीं।
हालांकि वह लखीमपुर नहीं पहुंच पाईं और पुलिस ने सुबह तड़के उन्हें हरगांव में गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ तीखी बहस भी हुई थी।
निशाना
मामले में भाजपा सरकार पर हमलावर बनी हुई हैं प्रियंका
गिरफ्तारी के बाद से ही प्रियंका मामले में भाजपा सरकार पर हमलावर बनी हुई हैं और उन्होंने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है।
आज NDTV से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "क्यों बिना किसी आदेश के विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया जा रहा है और एक व्यक्ति जिसने इतने भयानक अपराध को अंजाम दिया, उसे गिरफ्तार भी नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी, उसे गिरफ्तार कीजिए, हम जैसे लोगों को नहीं।"
सवाल
लखनऊ आ रहे मोदी से प्रियंका ने पूछा- क्या लखीमपुर जाएंगे?
'आजादी के अमृत महोत्सव' से संबंधित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए लखनऊ आ रहे प्रधानमंत्री मोदी से तीखे सवाल पूछते हुए प्रियंका ने कहा, "मोदी जी आजादी का उत्सव मनाने आ रहे हैं। हमें आजादी किसने दिलाई? किसानों ने हमें आजादी दिलाई। क्या मंत्री को बर्खास्त और उसके बेटे को गिरफ्तार न करने के बाद उनके पास लखनऊ में जश्न मनाने का नैतिक अधिकार है? मोदी जी क्या आप लखीमपुर खीरी जाएंगे? पीड़ित परिवारों का दुख-दर्द बांटेंगे?"
मामला
क्या है पूरा मामला?
लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल नौ लोगों की मौत हुई थी।
मिश्रा एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी के तिकुनिया स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। लौटते वक्त मिश्रा के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी जिसमें चार किसान मारे गए।
कुछ किसानों पर पीट-पीट कर तीन भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को मारने का आरोप है।
कार्रवाई और बचाव
बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज, मंत्री ने किया बचाव
मामले में मिश्रा के बेटे के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा कुछ किसानों के खिलाफ भी हत्या की धाराओं में FIR दर्ज की गई है।
मिश्रा ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा है कि घटना के समय उनका बेटा मौके पर मौजूद नहीं था और उनके पास इसका वीडियो सबूत है।
उनका कहना है कि अगर उनका बेटा मौके पर मौजूद होता तो जिंदा बचकर नहीं आता।